
उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में एक बड़ा हादसा हुआ है, जहां ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही मच गई है। इस हादसे में 57 मजदूर बर्फ की चपेट में आ गए, जिनमें से 41 मजदूरों की तलाश जारी है। 16 मजदूरों को रेस्क्यू कर लिया गया है, जबकि बाकी सभी की खोजबीन जारी है।
हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य जारी
हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन और सीमा सड़क संगठन (BRO) की टीम मौके पर पहुंच गई है। फिलहाल ITBP और गढ़वाल स्काउट की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर बड़ी संख्या में प्राइवेट ठेकेदार के मजदूर काम कर रहे थे, जो BRO के कांट्रैक्ट में काम कर रहे थे। एवलांच (बर्फीला तूफान) आने पर मजदूर इधर-उधर भागने लगे, जिससे कुछ बच गए, लेकिन 57 मजदूर बर्फ के नीचे दब गए।
खराब मौसम और अन्य आपदाएं
पिछले दो दिनों से उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मौसम काफी खराब है, जिससे आपदाओं की स्थिति बन गई है। उत्तराखंड के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। कुल्लू जिले में भारी बारिश ने नदी-नालों को उफान पर ला दिया, जिससे कई गाड़ियां बह गईं।
हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मंडी जिले में भी बारिश के कारण तबाही मची है। मंडी जिले के ओट इलाके में लैंडस्लाइड (भूस्खलन) के बाद चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे बंद हो गया है। कुल्लू में नालों में बारिश के पानी के कारण ओवरफ्लो हो गया और गाड़ियां बह गईं।
मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।