पीलीभीत : बाघ,भालू और हाथियों का आतंक,दहशत में किसान

पीलीभीत क्षेत्र में वन्यजीवों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। कभी बाघ खेतों में घूमता दिखता है, तो कभी भालू आबादी वाले इलाकों में पहुंचकर हड़कंप मचा देता है। वहीं, हाथियों का झुंड लगातार किसानों की फसलें तबाह कर रहा है। लेकिन इन सभी घटनाओं के बावजूद वन विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है।

पीलीभीत : पीलीभीत क्षेत्र में वन्यजीवों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। कभी बाघ खेतों में घूमता दिखता है, तो कभी भालू आबादी वाले इलाकों में पहुंचकर हड़कंप मचा देता है। वहीं, हाथियों का झुंड लगातार किसानों की फसलें तबाह कर रहा है। लेकिन इन सभी घटनाओं के बावजूद वन विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है। किसानों की शिकायतें अनसुनी की जा रही हैं, जिससे इलाके में भय और आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

खेतों में बाघ की चहल-कदमी से किसान दहशत में

पूरनपुर क्षेत्र में बाघ की मौजूदगी से किसान दहशत में हैं। बाघ के डर से कई किसानों ने खेतों में जाना ही छोड़ दिया है। उनकी फसलें पककर तैयार हैं, लेकिन वे अपनी जान जोखिम में डालने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब बाघ आबादी के नजदीक आया हो, लेकिन वन विभाग हर बार इसे नजरअंदाज कर देता है। एक किसान का कहना है कि “हम रोज डर के साए में जी रहे हैं। अगर बाघ हमला कर दे, तो हमारी जान की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा? वन विभाग सिर्फ आश्वासन देता है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाता।”

माला रेलवे स्टेशन पर भालू से हड़कंप

वहीं, माला रेलवे स्टेशन पर जंगल से निकले भालू के पहुंचने से अफरा-तफरी मच गई। रेलवे स्टेशन पर भालू को टहलते देख यात्रियों में भगदड़ मच गई, और बड़ी संख्या में लोग वहां इकट्ठा हो गए। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद भालू को रेस्क्यू कर पिंजरे में बंद किया गया।

हाथियों के झुंड ने बर्बाद की किसानों की फसल

इसी बीच, माला रेंज से सटी गोयल कॉलोनी में किसानों को हाथियों के झुंड का भी खौफ सता रहा है। हाथियों के झुंड ने कई किसानों की फसल तबाह कर दी, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है। स्थानीय किसानों का आरोप है कि हाथियों का आतंक लगातार बढ़ रहा है, लेकिन वन विभाग कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा।

वन विभाग की भारी लापरवाही, किसान भुगतने को मजबूर

पीड़ित किसानों का कहना है कि वन विभाग को कई बार सूचित किया गया, लेकिन अभी तक हाथियों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस पूरे मामले में वन विभाग की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। क्या जल्द ही कोई समाधान निकलेगा या किसान इसी तरह नुकसान झेलते रहेंगे?

रिपोर्ट : हरिपाल, पीलीभीत

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