
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कांशीराम जी की जयंती पर एक प्रेस वार्ता आयोजित की, जिसमें उन्होंने अपनी पार्टी और विपक्ष के खिलाफ कई महत्वपूर्ण बयान दिए। मायावती ने कहा कि पार्टी के लिए काम करने वाले लोगों को आगे बढ़ने का पूरा मौका मिलेगा, और उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह पार्टी को कमजोर नहीं होने देंगी।
मायावती ने कहा, “पार्टी के मामलों में रिश्ते नाते आड़े नहीं आएंगे,” और जातिवादी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा, “जातिवादी पार्टियां बसपा को कमजोर करने में लगी हैं, लेकिन मैं उनकी साजिशों को सफल नहीं होने दूंगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि बहुजन समाज उनके साथ खड़ा है और उन्होंने पार्टी के रिश्तों से ऊपर उठकर फैसले लेने का आश्वासन दिया। मायावती ने आगे कहा, “अब दलित सम्मान के साथ बैठते हैं,” और यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने सामाजिक परिवर्तन को धरातल पर उतारा है।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने यह भी आरोप लगाया कि बसपा को खत्म करने की साजिशें चल रही हैं, लेकिन वह उन मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगी। मायावती के इस बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।