प्रधानमंत्री मोदी की श्रीलंका यात्रा ने भारत-श्रीलंका संबंधों को और किया मजबूत

प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को ‘सदियों की मित्रता, समृद्ध भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता’ के रूप में वर्णित किया, जो दोनों देशों के बीच रिश्तों को और पुख्ता करता है।

कोलंबो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अप्रैल, 2025 को श्रीलंका की अपनी यात्रा पूरी की, जो भारत की ‘Neighbourhood First Policy’ और ‘MAHASAGAR’ दृष्टिकोण में श्रीलंका की महत्वपूर्ण भूमिका को मजबूती से रेखांकित करती है। इस यात्रा के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति अनुरा कुमार डिस्सानायक से विस्तृत बातचीत की और रक्षा, ऊर्जा और डिजिटलीकरण जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए।

भारत-श्रीलंका संबंधों को नई दिशा
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा श्रीलंका में उनके चौथे दौरे के रूप में हुई, जो राष्ट्रपति डिस्सानायक के निमंत्रण पर आयोजित की गई थी। इस यात्रा ने दोनों देशों के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत किया है। राष्ट्रपति डिस्सानायक ने प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को ‘सदियों की मित्रता, समृद्ध भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता’ के रूप में वर्णित किया, जो दोनों देशों के बीच रिश्तों को और पुख्ता करता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने श्रद्धा भाव से किया जया श्री महा बोधि मंदिर का दौरा
भारत लौटने से पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के ऐतिहासिक शहर अनुराधापुर में स्थित जया श्री महा बोधि मंदिर में पूजा अर्चना की और बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

भारत द्वारा वित्त पोषित रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति डिस्सानायक ने मिलकर महो-ओमंथाई रेलवे लाइन के उन्नयन और अनुराधापुर रेलवे स्टेशन पर रेलवे सिग्नलिंग प्रणाली के उन्नयन का उद्घाटन किया। इस परियोजना को भारतीय क्रेडिट लाइन से $91.27 मिलियन की राशि से वित्त पोषित किया गया है।

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