फाइनेंशियल सेक्टर में तकनीक और लोगों की साझेदारी से आ रहा है अगला बड़ा बदलाव

भारत में वित्तीय सेवाएं तकनीक की मदद से एक नए युग में प्रवेश कर रही हैं। म्यूचुअल फंड, बीमा, बैंकिंग और इक्विटी जैसे क्षेत्रों में डिजिटल साधनों के...

भारत में वित्तीय सेवाएं तकनीक की मदद से एक नए युग में प्रवेश कर रही हैं। म्यूचुअल फंड, बीमा, बैंकिंग और इक्विटी जैसे क्षेत्रों में डिजिटल साधनों के ज़रिए आम लोगों की भागीदारी तेज़ी से बढ़ रही है। कोविड के बाद से खासकर युवा निवेशकों ने भारी संख्या में डिमैट अकाउंट खोलें हैं, जिससे इक्विटी मार्केट में भागीदारी अब लगभग 10% तक पहुंच चुकी है।

PMJJY जैसी योजनाएं, जिनमें केवल ₹446 में जीवन बीमा उपलब्ध है, पहले ही 20 करोड़ लोगों तक पहुंच चुकी हैं। बीमा नियामक अब महिला सलाहकारों को तकनीक के साथ जोड़कर ग्रामीण भारत तक पहुंच बढ़ाना चाहता है।

म्यूचुअल फंड उद्योग भी ₹70 लाख करोड़ के AUM से आगे बढ़ते हुए ₹100 लाख करोड़ के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। मोबाइल ऐप्स ने छोटे निवेशकों को भी जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई है।

अब पूरी वित्तीय सेवाएं “फिजिटल” यानी फिजिकल और डिजिटल मोड में मिल रही हैं। कस्टमाइज्ड सलाह देने के लिए तकनीक और इंसानों की साझेदारी को नया आयाम मिल रहा है। कंपनियां वीडियो, लाइव स्क्रीन शेयरिंग और स्थानीय भाषा में जानकारी देकर निवेशकों से जुड़ रही हैं।

यह साझेदारी न सिर्फ निवेशकों की संख्या बढ़ा रही है बल्कि भरोसा भी पैदा कर रही है। आने वाले समय में यही People × Technology मॉडल फाइनेंशियल सेक्टर की असली ताकत बन सकता है।

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