
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 50 वें दौरे पर पहुंची। पीएम मोदी ने वाराणसी के मिर्जामुराद स्थित मेंहदीगंज में जनसभा किया। इस मौके पर सबसे पहले राज्यपाल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी की अगवानी किया। वही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना,एके शर्मा के साथ तमाम मंत्री और जनप्रतिनिधियों ने हेलीपैड पर पीएम का स्वागत किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में जनसभा स्थल से वाराणसी सहित गाजीपुर, जौनपुर और चंदौली को सौगात दी। पीएम मोदी ने 3900 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिन्यास किया। वही अपने अलग अंदाज के संबोधन से जाने जाने वाले पीएम मोदी ने एक बार फिर वाराणसी की जनसभा में हर -हर महादेव के साथ भोजपुरी व ठेठ बनारसी में संबोधन की शुरुआत की। पीएम मोदी के इस बनारसी अंदाज को देख जनसभा में आए लोग गदगद हो गए।
काशी के महादेव चलावेलन और काशी पूर्वांचल के विकास के रथ के खींचत ह : पीएम मोदी

वाराणसी के मेंहदीगंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोजपुरी में अपने संबोधन की शुरुआत में ही काशीवासियों अपने परिवार का बताते हुए अभिवादन किया और आशीर्वाद मांगते हुए लोगो द्वारा मिल रहे प्रेम का खुद को कर्जदार बताया। पीएम मोदी ने कहा कि काशी हमार ह और हम काशी के हइन। वही पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कल महावीर जयंती है और आज संकटमोचन की काशी में मुझे आप सभी (काशीवासियों) के दर्शन का सौभाग्य मिला हैं। हनुमान जन्मोत्सव से पहले काशी की जनता विकास का उत्सव मनाने के लिए यहां इकट्ठी हुई है। उन्होंने कहा कि काशी के विकास की गति पकड़ी है और आधुनिक समय को साधा है, विरासत को संजोया है और भविष्य को उज्ज्वल बनने की दिशा में मजबूत कदम रखा है।
पीएम मोदी ने विपक्ष पर किया कटाक्ष, लखपति दीदियों की सराहना…

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग सत्ता पाने के लिए खेल खेलते रहते हैं उनका लक्ष्य है परिवार का साथ परिवार का विकास। मेरा लक्ष्य है सबका साथ सबका विकास। इस दिशा में ही बोनस वितरित किया गया है। यह उपहार नहीं आपकी तपस्या का परिणाम है। आपके पसीने का, आपके परिश्रम का तोहफा है। प्रधानमंत्री ने लखपति दीदी का उल्लेख करते हुए कहा कि जहां पहले गुजारे की चिंता थी, आज कदम खुशहाली की ओर बढ़ रहे हैं। यह तरक्की बनारस, यूपी के साथ पूरे देश में दिख रही। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है। दस साल में 75 प्रतिशत वृद्धि हुई है। यह सफलता एक दिन में नहीं मिली। उन्होंने डेरी सेक्टर को मजबूत बनाने पर जोर देते हुए कहा कि बीते दस साल में हम डेरी सेक्टर को मिशन मोड में आगे बढ़ा रहे हैं। पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी। लोन की सीमा बढ़ाई। सब्सिडी व्यवस्था की। खुरपका, मुंहपका आदि से पशुधन बचाने के लिए मुफ्त वैक्सीन प्रोग्राम चलाया जा रहा है। दुग्ध का संगठित कलेक्शन के लिए देश के 20 हजार से ज्यादा सहकारी समितियों को फिर से खड़ा किया गया है। इसमें लाखों नए सदस्य जोड़े गए हैं ताकि डेरी सेक्टर से जुड़े लोगों को एक साथ जोड़ कर आगे बढ़ाया जा सके।
बुजुर्गों से किया वादा किया पूरा, मुफ्त में होगा ईलाज पीएम मोदी

जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने काशीवासियों से कहा कि जब आपने हमें तीसरी बार आशीर्वाद दिया ( तीसरी बार वाराणसी के सांसद चुने जाने पर) तो सेवक के रूप में अपने कर्तव्य को निभाने का प्रयास कर रहा हूं। मेरी गारंटी थी बुजुर्गों का ईलाज मुफ्त होगा। इसका परिणाम है आयुष्मान वय वंदना योजना। यह सिर्फ ईलाज के लिए नहीं, उनके सम्मान के लिए है। अब ईलाज के लिए जमीन बेचने की जरूरत नहीं। ईलाज के लिए कर्ज लेने की मजबूरी नहीं। अपने इलाज के लिए पइसा क चिंता न करा। आयुष्मान कार्ड से आपके इलाज के पइसा चल जाई। उन्होंने कहा कि अगले कुछ माह में जब सारे प्रोजेक्ट पूरे हो जाएंगे तब रफ्तार भी बढ़ेगी और कारोबार भी बढ़ेगा। बनारस चुनिंदा शहरों में होगा जहां ऐसी सुविधा होगी। बनारस में इंफ्रा स्ट्रक्चर का कोई कार्य होता है।

उसका लाभ पूर्वांचल के नौजवानों को मिलता है। पीएम मोदी ने कहा कि देश विकास व विरासत दोनों एक साथ लेकर चल रहा है। इसका सबसे बड़ा मॉडल काशी में बन रहा है। यहां गंगा का प्रवाह है और भारत की चेतना का भी प्रवाह है। बनारस की आत्मा इसी विविधता में बसती है। काशी के हर मोहल्ले में अलग संस्कृति व एक अलग रंग दिखता है। उन्होंने जीआइ टैगिंग की खासियत बताते हुए कहा कि काशी तमिल संगमम जैसे आयोजन से एकता का सूत्र मजबूत हो रहा है। अब तो एकता माल भी बनने जा रहा है, जिसमें अलग-अलग जिलों को उत्पाद मिलेंगे। बीते दिनों में काशी ने अपना आर्थिक नक्शा भी बदला है। काशी सिर्फ संभावनाओं की नहीं संकल्प व सामर्थ की भूमि बन रही। उत्पादों को जीआई टैग मिल रहे। यह सिर्फ टैग नहीं, यह उत्पाद की पैदाइश पुष्ट करती है। जहां जीआई टैग होता है वहां के बाजारों में बुल्ंदियों का रास्ता खुलता है। आज यूपी पूरे देश में जीआई टैगिंग में नंबर वन है। हमारे हुनर की तेजी से अंतरराष्ट्रीय पहचान बन रही है। अब तक वाराणसी व आसपास के जिलों में 21 से ज्यादा उत्पादों को जीआइ टैग मिला है। बनारस के तबला, शहनाई, ठंडई, लाल पेड़ा, तिरंगा बर्फी, दीवार पेंटिंग समेत अनेक जिलों के उत्पादों को टैग मिला है।









