
दिल्ली : जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास पर कथित नकदी मिलने के मामले में गठित तीन सदस्यीय इन-हाउस जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना को सौंप दी है। समिति ने न्यायमूर्ति वर्मा के खिलाफ लगे गंभीर आरोपों की गहन जांच के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है। इस प्रक्रिया में उच्च स्तरीय गोपनीयता का पालन किया गया और समस्त तथ्यों एवं परिस्थितियों का निष्पक्ष मूल्यांकन किया गया।
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— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) May 5, 2025
जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास पर नकदी मिलने के मामले में इन-हाउस जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना को सौंपी।
तीन जजों की इस इन-हाउस समिति ने जस्टिस वर्मा के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है। समिति ने उच्च… pic.twitter.com/FKJKV5YJ6F
इस रिपोर्ट को आगे की न्यायिक प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट में दर्ज निष्कर्षों के आधार पर अब सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश और संबंधित संवैधानिक संस्थाएं आगामी कदम तय करेंगी। हालांकि रिपोर्ट की सामग्री को सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन न्यायपालिका की गरिमा और पारदर्शिता के मद्देनजर यह मामला सर्वोच्च प्राथमिकता पर है।
गौरतलब है कि न्यायपालिका से जुड़े ऐसे मामलों में इन-हाउस जांच व्यवस्था का उद्देश्य न्यायाधीशों की जवाबदेही सुनिश्चित करना है। अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि मुख्य न्यायाधीश इस रिपोर्ट पर क्या निर्णय लेते हैं।









