
उत्तर प्रदेश के चार जिलों से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें ग्रेटर नोएडा से अगवा की गई एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई। मेरठ में दरिंदों ने चलती कार से किशोरी को फेंका और फिर उस पर कार चढ़ा दी। सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
🚨 मेरठ ब्रेकिंग 🚨
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) May 12, 2025
ग्रेटर नोएडा से नाबालिग के किडनैप, गैंगरेप का मामला
बुलंदशहर के खुर्जा नगर पुलिस ने हत्या की धारा बढ़ाई। मेरठ में चलती कार से किशोरी को फेंका, फिर कार चढ़ाई। कार से फेंकी किशोरी को सिर में चोट लगने से हुई थी मौत।
ग्रेटर नोएडा की सूरजपुर पुलिस ने नहीं दर्ज… pic.twitter.com/YJD0N0ZN0o
यह मामला तब सुर्खियों में आया जब मेरठ में सड़क किनारे एक किशोरी का खून से लथपथ शव बरामद हुआ। जांच में सामने आया कि किशोरी को ग्रेटर नोएडा से अगवा किया गया था, लेकिन सूरजपुर थाने की पुलिस ने उसकी गुमशुदगी दर्ज तक नहीं की।
बुलंदशहर के खुर्जा नगर पुलिस ने अब केस में हत्या की धारा जोड़ दी है। जबकि अपराधी एक ही रात में ग्रेटर नोएडा, हापुड़, मेरठ और बुलंदशहर में घूमते रहे और पुलिस की कोई भी पेट्रोलिंग टीम उन्हें रोक नहीं सकी। चारों जिलों की पुलिस संवेदनहीन बनी रही, न कोई सतर्कता, न कोई कार्रवाई।
आश्चर्यजनक यह है कि बिहार और उत्तर प्रदेश की नाबालिग लड़कियों को शिकार बनाने वाले इस गैंग की मौजूदगी के बावजूद अभी तक किसी जिले की पुलिस पर कोई बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की गई है।
यह घटना न केवल पुलिस की घोर लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि समाज और सिस्टम को भी कठघरे में खड़ा करती है। सवाल यह है — क्या बेटियों की सुरक्षा अब भी प्राथमिकता है?








