
Uttar Pradesh: लखनऊ हाईकोर्ट आज दरगाह जेठ मेले को लेकर अपना फैसला सुनाएगा। दरगाह कमेटी द्वारा हाईकोर्ट में दायर याचिका पर आज सुनवाई होनी है। मेले का आयोजन 15 मई को होना था, जबकि 18 मई से गाजी सरकार की बरात निकलने की तैयारी थी। हालांकि, प्रशासन ने मेले पर रोक लगा दी थी और अनुमति नहीं दी थी।
प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के कड़े इंतजाम
फैसला आने से पहले ही जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर कड़े इंतजाम किए हैं। एसपी सिटी रामानंद कुशवाहा ने फोर्स के साथ रूट मार्च किया और दरगाह शरीफ के आसपास भारी संख्या में पुलिस और PAC की तैनाती की गई है। थाना दरगाह इलाके में स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
मामला क्या है?
दरगाह कमेटी ने प्रशासन द्वारा मेले पर लगाई गई रोक के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अब कोर्ट के फैसले के बाद ही स्पष्ट होगा कि मेला हो पाएगा या नहीं।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
दरगाह शरीफ का जेठ मेला उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में से एक है। यह मेला 1375 ई. में स्थापित दरगाह शरीफ में आयोजित होता है, जो हज़रत सैयद सालार मसूद गाज़ी की याद में मनाया जाता है। इस मेले में भारत और विदेशों से लाखों श्रद्धालु आते हैं, जो धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेते हैं।
हालांकि इस वर्ष मेले की अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन दरगाह के अंदर धार्मिक गतिविधियाँ जारी रहेंगी। श्रद्धालु अपनी श्रद्धा व्यक्त करने के लिए दरगाह में आकर प्रार्थना कर सकते हैं।इस मुद्दे पर हाईकोर्ट की आगामी सुनवाई के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकती है। श्रद्धालु और आयोजक सभी की नजरें 14 मई यानि की आज की सुनवाई पर टिकी हैं।









