
Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार ने विकास कार्यों की जमीनी हकीकत जानने के लिए IAS अधिकारियों को 24 और 25 मई को सभी जिलों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। प्रत्येक जिले के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, जो 50 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का भौतिक सत्यापन करेंगे।
गौसेवा स्थल और जल योजनाओं का भी होगा खास निरीक्षण
इस अभियान के तहत गौसेवा स्थल और जल योजनाओं का भी निरीक्षण होगा ताकि इन क्षेत्रों में गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित हो सके।
प्रमुख जिलों के लिए जिम्मेदार अधिकारी
- लखनऊ: ऋतु महेश्वरी
- प्रयागराज: डॉ रूपेश कुमार, भवानी सिंह
- फतेहपुर: भवानी सिंह
- कौशांबी: राम केवल
- प्रतापगढ़: रविंद्र कुमार
- वाराणसी: IAS विजय किरण आनंद
- जौनपुर: अंकित कुमार अग्रवाल
- मिर्जापुर: प्रकाश बिंदु
- सोनभद्र: जयशंकर दुबे
- भदोही: कृष्ण कुमार गुप्ता
- …और कई अन्य जिलों के लिए भी जिम्मेदार अधिकारी नियुक्त
26 मई को होगी रिपोर्ट सौंपने की प्रक्रिया
अधिकारियों को निरीक्षण के बाद 26 मई तक अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव को सौंपनी होगी। इससे अधिकारियों को विकास कार्यों की स्थिति की सही जानकारी मिल सकेगी और सुधार की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
विकास कार्यों की पारदर्शिता और जवाबदेही
यह कदम विकास की गति बढ़ाने, प्रशासनिक जवाबदेही सुनिश्चित करने और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण पाने के लिए उठाया गया है। अधिकारियों का फील्ड में जाना योजनाओं की वास्तविक प्रगति जानने में मदद करेगा।
बेहतर सेवा और तेजी से विकास
इस पहल से उम्मीद है कि प्रदेश के हर जिले में योजनाओं का लाभ सही समय पर और पूरी गुणवत्ता के साथ पहुंचेगा। आम जनता को बेहतर सेवाएं मिलेंगी और प्रशासनिक प्रक्रियाएं भी बेहतर होंगी।
यूपी के विकास में नया मोड़
राज्य सरकार की यह पहल विकास के नए अध्याय की शुरुआत है। आईएएस अधिकारियों के इस निरीक्षण से उत्तर प्रदेश में विकास की रफ्तार तेज होगी और जनता के बीच सरकारी योजनाओं का सही लाभ पहुंचेगा।









