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Pradosh Vrat 2025: शनि प्रदोष व्रत पर करें ये 5 अचूक उपाय, बिगड़ी किस्मत भी चमक उठेगी!

शनि प्रदोष व्रत 2025 पर करें ये 5 अचूक और सरल उपाय जो दूर करेंगे शनि दोष, कर्ज, कोर्ट केस और जीवन की बाधाएं। जानें व्रत का महत्व और पूजन विधि।

Pradosh Vrat: शनि प्रदोष व्रत हिन्दू पंचांग के अनुसार हर महीने की त्रयोदशी तिथि को आता है, लेकिन जब यह शनिवार के दिन पड़ता है, तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। इस दिन भगवान शिव, शनिदेव और हनुमान जी की आराधना विशेष रूप से फलदायक मानी जाती है। यह व्रत शनि दोष निवारण, कष्ट मुक्ति और जीवन में स्थिरता के लिए किया जाता है।

ऐसी मान्यता है कि इस दिन कुछ खास उपाय करने से धन, स्वास्थ्य, सफलता और शांति के योग बनते हैं। यदि आपकी किस्मत लंबे समय से साथ नहीं दे रही, तो इन अचूक उपायों से आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकता है।

शनि प्रदोष व्रत के 5 अचूक उपाय

काले कुत्ते को सरसों लगी रोटी खिलाएं

शाम को एक रोटी बनाएं, उसमें सरसों का तेल लगाएं और किसी काले कुत्ते को खिला दें।
🪬 उपाय फल: कोर्ट-कचहरी के मामलों में राहत, शत्रुओं पर विजय, और नौकरी में आ रही बाधाओं का निवारण।

सात अनाज का दान करें

शाम को गेहूं, चना, ज्वार, मूंग, उड़द, मसूर और चावल मिलाकर किसी गरीब या वृद्ध को दान करें।
🪬 उपाय फल: कर्ज से मुक्ति, स्वास्थ्य में सुधार, और करियर में स्थायित्व।

काले तिल को बहते जल में प्रवाहित करें

रात 8 बजे के बाद 100 ग्राम काले तिल किसी नदी या नाले में प्रवाहित करें।
🪬 उपाय फल: राहु-शनि दोष से राहत, नकारात्मक ऊर्जा दूर, आत्मबल में वृद्धि।

सरसों के तेल का छाया दान करें

लोहे के कटोरे में सरसों का तेल भरें, उसमें अपना चेहरा देखें और फिर इसे दान करें।
🪬 उपाय फल: शनि साढ़ेसाती और ढैया के प्रभावों से राहत, कुंडली के शनि दोष का निवारण।

काले तिल, वस्त्र और भोजन का दान करें

काले तिल, काले वस्त्र, लोहे की वस्तु और सरसों का तेल किसी जरूरतमंद को दान करें। यदि संभव हो तो अंधे या वृद्ध व्यक्ति को भोजन भी कराएं।
🪬 उपाय फल: आर्थिक संकट दूर, व्यापार/नौकरी में तरक्की, पुण्य और शांति की प्राप्ति।

शनि प्रदोष पर ध्यान देने योग्य बातें

  • इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें।
  • शाम के समय दीप जलाकर शिव-शनि आरती करें।
  • “ॐ नमः शिवाय” और “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्रों का जाप करें।
  • शनिवार को नीले वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।

शनि प्रदोष व्रत केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है जो मन, धन और कर्म को संतुलित करती है। यदि आप जीवन में लगातार बाधाओं का सामना कर रहे हैं, तो इन सरल लेकिन अचूक उपायों को जरूर अपनाएं। आप देखेंगे कि समय और भाग्य, दोनों आपके पक्ष में काम करना शुरू कर देंगे।

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