बत्तीसी में नहीं चाहिए ‘गड्ढे’? तो अपनाइए ये देसी इलाज!

Oral Hygiene Tips: दादी-नानी के 5 असरदार घरेलू नुस्खे जैसे लौंग, हल्दी, नीम की दातुन और नमक का पानी, जो कैविटी को रोकने और दर्द से..

Tooth Cavity Home Remedies: क्या आपके दांतों में छेद हो गए हैं या हल्का-हल्का दर्द बना रहता है? तो चिंता छोड़िए और अपनाइए दादी-नानी के आजमाए हुए ये 5 घरेलू उपाय। ये नुस्खे ना सिर्फ सस्ते हैं, बल्कि पूरी तरह नेचुरल भी हैं – और सबसे खास बात, इनका कोई साइड इफेक्ट नहीं!

1. लौंग – दांत दर्द का पुराना दुश्मन

लौंग में होते हैं नैचुरल पेन किलर और बैक्टीरिया से लड़ने वाले गुण। जिस दांत में कैविटी है, उसके पास एक लौंग धीरे-धीरे चबाएं या लौंग का तेल लगाएं। चाहें तो लौंग का पेस्ट बनाकर जैतून के तेल के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें।

2. हल्दी + सरसों का तेल = मजबूत दांत और हेल्दी मसूड़े

हल्दी के एंटीसेप्टिक गुण और सरसों के तेल की मजबूती एक साथ मिलकर बनाते हैं एक ताकतवर नुस्खा। आधा चम्मच हल्दी में कुछ बूंदें सरसों का तेल और एक चुटकी नमक मिलाएं, और इस पेस्ट से अपने दांतों की हल्की मसाज करें। 5 मिनट बाद कुल्ला कर लें।

3. नमक का पानी – सिंपल लेकिन असरदार

गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर दिन में दो-तीन बार कुल्ला करें। यह मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करता है और कैविटी से होने वाले दर्द में राहत देता है।

4. लहसुन – नैचुरल एंटीबायोटिक

लहसुन की एक कली को पीसकर उसमें सेंधा नमक मिलाएं। इस पेस्ट को कैविटी वाली जगह पर लगाएं और कुछ मिनट बाद कुल्ला कर लें। लहसुन के बैक्टीरिया विरोधी गुण कैविटी को बढ़ने से रोकते हैं।

5. नीम की दातुन – सदियों पुरानी ओरल केयर

नीम की ताजी टहनी लें, एक सिरा चबाकर ब्रश जैसा बना लें और दांतों को साफ करें। नीम के एंटीबैक्टीरियल गुण न केवल कैविटी से बचाते हैं, बल्कि मसूड़ों को भी मजबूत बनाते हैं।

ध्यान रखें: ये नुस्खे शुरुआती कैविटी में फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन अगर दर्द लगातार बना रहे या कैविटी बढ़ गई हो, तो तुरंत डेंटिस्ट से संपर्क करें। समय पर इलाज ना करने पर दांत खोने का खतरा भी हो सकता है। और हां, एक हेल्दी मुस्कान के लिए साफ-सफाई, सही खान-पान और नियमित ब्रशिंग बेहद ज़रूरी है!

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