
कोरोना वायरस ने एक बार फिर देश में अपनी पकड़ मजबूत करना शुरू कर दिया है। देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना के नए मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिससे स्वास्थ्य विभाग और आम जनता में चिंता बढ़ गई है।
केरल में सबसे ज्यादा वृद्धि
केरल में पिछले 24 घंटे में 335 नए कोरोना केस सामने आए हैं, जिसके बाद राज्य में कोरोना के कुल मामले बढ़कर 430 हो गए हैं। यह स्थिति प्रदेश में संक्रमण के बढ़ते खतरों को दर्शाती है, और सरकार द्वारा सख्त उपायों पर विचार किया जा रहा है।
महाराष्ट्र और दिल्ली में भी बढ़े मामले
महाराष्ट्र में 153 नए कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज हुए हैं, और अब राज्य में कुल 209 सक्रिय केस हैं। दिल्ली में भी कोरोना ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है, जहां 99 नए मरीजों के साथ सक्रिय केसों की संख्या 104 हो गई है।
अन्य राज्यों में भी बढ़े केस
गुजरात में 83, कर्नाटक में 47, उत्तर प्रदेश में 15, और पश्चिम बंगाल में 12 सक्रिय कोरोना केस सामने आए हैं। ये आंकड़े चिंता का कारण बन रहे हैं, क्योंकि पिछले कुछ महीनों से मामलों में कमी देखने को मिल रही थी, लेकिन अब फिर से संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है।
स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता बढ़ी
स्वास्थ्य विभाग ने सभी राज्यों को सतर्क रहने की सलाह दी है और अधिक जांच, क्वारंटाइन उपायों और लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग की याद दिलाई जा रही है। केंद्र और राज्य सरकारें कोविड-19 की स्थिति को लेकर उच्च स्तरीय बैठकों का आयोजन भी कर रही हैं।
समाप्त नहीं हुआ खतरा!
कोरोना के मामले बढ़ने के बावजूद, कई लोग अब भी मानते हैं कि वायरस का खतरा खत्म हो चुका है। लेकिन अब इन बढ़ते मामलों के साथ यह साफ हो गया है कि खतरा अभी भी खत्म नहीं हुआ है, और सबको एहतियात बरतने की जरूरत है।
नागरिकों से अपील
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नागरिकों से अपील की है कि वे अभी भी कोरोना के प्रति लापरवाही न बरतें, मास्क पहनें, हाथों को बार-बार धोएं और सामाजिक दूरी बनाए रखें ताकि इस महामारी को फिर से नियंत्रित किया जा सके। देश भर में कोरोना के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और स्थिति को संभालने के लिए हमें जागरूक और सतर्क रहना होगा। कोरोना के प्रति सतर्कता और सावधानी ही इस महामारी से निपटने का सबसे प्रभावी तरीका है।









