
नई दिल्ली: भारतीय कंप्यूटर बाजार में 2025 के पहले तीन महीनों में रिकॉर्ड वृद्धि देखने को मिली है। रिसर्च फर्म IDC के मुताबिक, इस दौरान भारत ने 3.3 मिलियन डेस्कटॉप कंप्यूटर, लैपटॉप और वर्कस्टेशंस की शिपिंग की, जो पिछले साल की तुलना में 8.1% की वृद्धि है।
लैपटॉप की बिक्री में जबरदस्त उछाल
इस वृद्धि के पीछे सबसे बड़ा कारण लैपटॉप की बिक्री में 13.8% का इजाफा है। वहीं, डेस्कटॉप की बिक्री में थोड़ी गिरावट देखी गई, लेकिन एआई पावर्ड लैपटॉप्स ने धमाल मचाया। इन लैपटॉप्स में 185% का विशाल वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि ये लैपटॉप अभी नए हैं और सामान्य उपयोग में नहीं हैं, लेकिन इनकी बढ़ती हुई लोकप्रियता स्पष्ट रूप से नजर आ रही है।
क्या कारण हैं इस वृद्धि के?
इस वृद्धि के पीछे कई कारण हैं:
- गणतंत्र दिवस की बिक्री: इस दौरान ग्राहकों को काफी आकर्षक ऑफर मिले, जिससे बिक्री को बढ़ावा मिला।
ऑनलाइन रिटेलर्स: मार्च में बड़ी ऑनलाइन रिटेल कंपनियों ने भारी स्टॉक की बिक्री की, जिससे अधिक लोग कंप्यूटर ऑनलाइन खरीदने के लिए आकर्षित हुए। ऑनलाइन कंप्यूटर बिक्री में 22% की वृद्धि देखी गई।
- कारोबारी खरीदारी: कंपनियां, विशेष रूप से नोटबुक्स की खरीदारी जारी रखे हुए हैं।
सरकारी खरीदारी में मंदी
हालांकि, सरकारी विभागों की ओर से कंप्यूटर की खरीदारी में कुछ मंदी आई है। डेस्कटॉप की सरकारी खरीदारी में 27% की गिरावट आई है।
बाजार में कौन सी कंपनियां हैं सबसे आगे?
भारत में HP ने बाजार में सबसे बड़ी हिस्सेदारी के साथ 29.1% पर कब्जा किया। इसके बाद Lenovo और Dell का स्थान रहा। HP विशेष रूप से व्यापारिक ग्राहकों में मजबूत रही, जबकि Lenovo ने सभी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया। Dell ने अपने कॉमर्शियल बाजार में अपनी स्थिति मजबूत रखी। Acer और Asus भी कड़ी प्रतिस्पर्धा देते हुए पीछे हैं।
एआई लैपटॉप्स पर बढ़ती नजरें
विशेषज्ञों का कहना है कि एआई लैपटॉप्स की बढ़ती मांग को देखना महत्वपूर्ण है। व्यवसायों में स्मार्ट मशीनों की ओर बढ़ता रुझान उत्पादकता और सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए हो रहा है।
अगर आप भी नया लैपटॉप खरीदने का सोच रहे हैं, तो आप अकेले नहीं हैं। भारतीय पीसी बाजार में उत्साह का माहौल है और जैसे-जैसे स्मार्ट लैपटॉप की मांग बढ़ रही है, वैसे-वैसे यह बाजार और भी हलचल भरा हो रहा है।









