Gujarat: कच्छ को मिलेगा भारत का सबसे बड़ा हरा हाइड्रोजन हब, PM Modi ने किया ऐलान

यह परियोजना 21,405 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई है और इससे भारतीय रेलवे की क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 मई को गुजरात दौरे के दौरान कच्छ में दुनिया के सबसे बड़े सोलर पावर प्लांट और सबसे बड़े हरा हाइड्रोजन हब की स्थापना की घोषणा की। प्रधानमंत्री मोदी ने भुज में आयोजित एक रैली में यह ऐलान किया। उन्होंने बताया कि कच्छ, भारत के कुल तटीय व्यापार का एक तिहाई हिस्सा संभालता है।

2001 के भूकंप के बाद दुनिया ने सोचा था कि कच्छ का विकास समाप्त हो जाएगा, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें कच्छ के लोगों पर विश्वास था और यही विश्वास कच्छ के पुनर्निर्माण और समृद्धि का कारण बना।

प्रधानमंत्री का वडोदरा में रोड शो और परियोजनाओं का उद्घाटन

प्रधानमंत्री मोदी ने वडोदरा में एक भव्य रोड शो भी किया, जिसमें कर्नल सोफिया कुरेशी के परिवार के सदस्य उपस्थित थे। मोदी ने वडोदरा एयरपोर्ट से लेकर एयरफोर्स स्टेशन तक रोड शो किया।

कच्छ में विकास परियोजनाओं का शिलान्यास

प्रधानमंत्री मोदी ने भुज में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया और 53,400 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था कि गुजरात के एक जिले में इतनी बड़ी परियोजनाओं का ऐलान हुआ हो।

कच्छ में नवीकरणीय ऊर्जा और शिपबिल्डिंग उद्योग पर ध्यान केंद्रित

प्रधानमंत्री ने कच्छ के खवड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क में उत्पन्न होने वाली नवीकरणीय ऊर्जा को ट्रांसमिट करने के लिए परियोजनाओं का जिक्र किया। इसके अलावा, उन्होंने भारत में शिपबिल्डिंग उद्योग के विकास पर भी जोर दिया।

भारत की अर्थव्यवस्था का वैश्विक सफर

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था की वैश्विक यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारत ने 11वें स्थान से उठकर अब 4वें स्थान पर अपनी जगह बनाई है।

दाहोद में लोकोमोटिव निर्माण इकाई का उद्घाटन

प्रधानमंत्री मोदी ने दाहोद में भारत की पहली 9,000 हॉर्सपावर लोकोमोटिव इंजन और लोकोमोटिव निर्माण इकाई का उद्घाटन किया। यह परियोजना 21,405 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई है और इससे भारतीय रेलवे की क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी।

भारत को बनाना “ब्लू इकॉनमी” और “ग्रीन एनर्जी” का हब

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये परियोजनाएं भारत को वैश्विक ब्लू इकॉनमी और ग्रीन एनर्जी का केंद्र बनाएंगी। भारत अब दुनिया में ऊर्जा के क्षेत्रों में नेतृत्व करने की दिशा में बढ़ रहा है।

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