
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक सैन्य कार्रवाई के साथ-साथ अब कूटनीतिक मोर्चे पर भी भारत को बड़ी सफलता मिली है। भारत की ‘आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता’ नीति को वैश्विक मंचों पर समर्थन मिल रहा है।
सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों को 33 देशों की राजधानियों में भेजा गया है, जहां उन्होंने स्थानीय नेताओं, सांसदों, और नीति-निर्माताओं से मुलाकात की और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थिति को स्पष्ट किया।
सऊदी अरब ने भारत की आतंकवाद विरोधी नीति का समर्थन करते हुए कहा कि वह इस लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है। इटली ने द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने का प्रस्ताव रखा, वहीं इंडोनेशिया ने सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के रुख को समर्थन देने की बात कही।
फ्रांस, दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस जैसे देशों ने भी भारत की कार्रवाई को उचित और आतंक के खिलाफ ठोस कदम बताया। पेरिस में फ्रांस के सांसदों ने कहा कि आतंकवाद एक कैंसर है, जिससे मिलकर लड़ना होगा।
गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने भारत के साथ खून के रिश्तों की बात कही और आतंकवाद के खिलाफ भारत को पूर्ण समर्थन देने का वादा किया। पनामा और दक्षिण अफ्रीका ने भी भारत की पहल का स्वागत किया।
यह कूटनीतिक अभियान भारत के सख्त और स्पष्ट सुरक्षा दृष्टिकोण का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य वैश्विक समुदाय को यह संदेश देना है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत अब निर्णायक कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा।









