FY25 में डिजिटल लेनदेन में UPI का दबदबा बरकरार, कुल ट्रांजैक्शनों का 83.7% अकेले UPI के जरिए

UPI ने देश के डिजिटल भुगतान सिस्टम पर अपनी पकड़ और मजबूत कर ली है। वित्त वर्ष 2024-25 में कुल डिजिटल ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में UPI का हिस्सा बढ़कर 83.7% हो गया

UPI बना ग्लोबल लीडर: 48.5% हिस्सेदारी के साथ भारत सबसे आगे

नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की वार्षिक रिपोर्ट FY25 के अनुसार, UPI ने देश के डिजिटल भुगतान सिस्टम पर अपनी पकड़ और मजबूत कर ली है। वित्त वर्ष 2024-25 में कुल डिजिटल ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में UPI का हिस्सा बढ़कर 83.7% हो गया, जो FY24 में 79.7% था।

🔍 UPI के प्रदर्शन की प्रमुख बातें:

  • 💥 185.8 बिलियन लेनदेन पूरे वर्ष में — 41% की वृद्धि
  • 💰 ₹261 लाख करोड़ का ट्रांजैक्शन वॉल्यूम — FY24 में ₹200 लाख करोड़
  • 🌐 ग्लोबल रियल-टाइम पेमेंट्स में भारत की हिस्सेदारी 48.5%

📊 कुल डिजिटल पेमेंट्स FY25:

कैटेगरीFY24FY25वृद्धि
कुल ट्रांजैक्शन (वॉल्यूम)164.4 बिलियन221.9 बिलियन🔼 35%
कुल ट्रांजैक्शन (वैल्यू)₹2,426 ट्रिलियन₹2,862 ट्रिलियन🔼 18%

💳 अन्य पेमेंट मोड्स की स्थिति:

  • क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन: FY25 में बढ़कर 4.7 बिलियन (FY24 में 3.5 बिलियन)
  • डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शन: 29.5% गिरावट — FY25 में 1.6 बिलियन
  • डिजिटल लेनदेन की कुल नॉन-कैश पेमेंट में हिस्सेदारी: 99.9% (FY24 में 99.8%)

🌍 अंतरराष्ट्रीय विस्तार की ओर UPI:

🔹 7 देशों में QR कोड के जरिए भारतीय UPI ऐप्स की स्वीकार्यता:
भूटान, फ्रांस, मॉरीशस, नेपाल, सिंगापुर, श्रीलंका, UAE

🔹 NPCI इंटरनेशनल को मिली मंजूरी:
नामीबिया, पेरू, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, जमैका में UPI-जैसी प्रणाली लागू करने की तैयारी

🔹 यूरोपियन यूनियन, सार्क और अन्य देशों के साथ FPS (Fast Payment System) सहयोग की योजना भी शुरू

📌 RBI का लक्ष्य है कि 2028-29 तक 20 देशों में UPI का विस्तार किया जाए।

🇮🇳 डिजिटल इंडिया का चमकता चेहरा बना UPI

UPI की यह सफलता भारत की तकनीकी सशक्तता और वित्तीय समावेशन की दिशा में क्रांतिकारी पहल को दर्शाती है। भारत अब दुनिया का डिजिटल पेमेंट सुपरपावर बनकर उभर रहा है।

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