
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवादियों के मन में “डर भरने” में सफलता पाई है और यह अभियान अपने सभी लक्ष्यों को पूरा कर चुका है। वे राष्ट्रपति भवन परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा, “सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के नेतृत्व में भारतीय सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया और अपने सभी उद्देश्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त किया।”
इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषणों का संग्रह ‘Wings to Our Hopes – Volume II’ और उसका हिंदी संस्करण ‘आशाओं की उड़ान – खंड 2’ जारी किया। इसके साथ ही इस पुस्तक का ई-संस्करण भी लॉन्च किया गया। राजनाथ सिंह ने कहा कि यह पुस्तक “विकसित भारत” की दृष्टि के लिए “कर्म ग्रंथ” बनकर मार्गदर्शक बनेगी।
मुर्मू के विचारों का प्रतिबिंब
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अनुसार, इस पुस्तक में अगस्त 2023 से जुलाई 2024 के बीच राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा दिए गए 51 भाषणों को संकलित किया गया है। ये भाषण उनके दृष्टिकोण, दर्शन और प्राथमिकताओं को दर्शाते हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा, “यह पुस्तक समानता की भावना का उद्घोष करती है। राष्ट्रपति मुर्मू देश की विविधता को महत्व देती हैं और वंचितों के दर्द को पहचानती हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि यह संग्रह संस्कृति, धर्म, विज्ञान, कला, शिक्षा, स्वास्थ्य और भविष्य की दिशा में भारत की यात्रा को एक सूत्र में पिरोता है। उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मू को “महिला नेतृत्व आधारित विकास” का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण बताया।
ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं – सिंह
शनिवार को उत्तरी कमान (उधमपुर) में सेना के जवानों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि भारत आतंकवाद के खिलाफ “हर तरह की कार्रवाई” करने को तैयार है।
राजनाथ सिंह ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा था कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान में की गई सैन्य कार्रवाई एक चेतावनी है – यदि भारत के खिलाफ आतंक को समर्थन मिलेगा, तो उसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।









