
नई दिल्ली। भारत सरकार की प्रमुख उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजनाओं के तहत अब तक ₹16.5 लाख करोड़ का उत्पादन और बिक्री हुई है, साथ ही 12 लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार उत्पन्न हुए हैं। यह जानकारी केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 25 जून को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में दी।
₹1.76 लाख करोड़ का निवेश, ₹21,534 करोड़ की प्रोत्साहन राशि वितरित
पीयूष गोयल ने बताया कि मार्च 2025 तक 12 क्षेत्रों में कुल ₹21,534 करोड़ की प्रोत्साहन राशि वितरित की जा चुकी है और कुल निवेश ₹1.76 लाख करोड़ तक पहुँच गया है।
इन 12 क्षेत्रों में शामिल हैं:
इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण, फार्मा, आईटी हार्डवेयर, ऑटोमोबाइल, बल्क ड्रग्स, विशेष स्टील, टेक्सटाइल, मेडिकल डिवाइसेज़, टेलीकॉम, ड्रोन, व्हाइट गुड्स और फूड प्रोसेसिंग।
फार्मा और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में दिखा बड़ा असर
- फार्मा सेक्टर ने ₹2.66 लाख करोड़ की बिक्री दर्ज की है, जिसमें से ₹1.7 लाख करोड़ का हिस्सा निर्यात से आया है।
- फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में अब तक 3.4 लाख लोगों को रोजगार मिला है।
- बल्क ड्रग्स के मामले में भारत आयातक से निर्यातक बन गया है।
पांच साल का रोडमैप तैयार करने के निर्देश
गोयल ने मंत्रालयों को निर्देश दिया कि वे निवेश और प्रोत्साहन वितरण को तेज़ करने के लिए अगले पांच वर्षों का विस्तृत रोडमैप तैयार करें। साथ ही NICDC के सहयोग से बुनियादी ढांचे की समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाने को कहा।









