
फ्लोरिडा। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने बुधवार को इतिहास रचते हुए अक्षियम मिशन 4 (Ax-4) के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरी। यह पहली बार है जब भारतीय सरकार किसी मानव अंतरिक्ष मिशन को स्पॉन्सर कर रही है, और यह गगनयान मिशन का एक महत्वपूर्ण पूर्व चरण है।
शुक्ला ने SpaceX Falcon 9 Block 5 रॉकेट से उड़ान भरी, जो उन्हें लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) में ले गया। इस मिशन के तहत शुक्ला को ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की पायलटिंग का अनुभव मिलेगा, जो भविष्य में भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन, गगनयान में काम आएगा।
गगनयान मिशन का प्रशिक्षण: शुभांशु शुक्ला का महत्वपूर्ण कदम
यह मिशन गगनयान कार्यक्रम के लिए महत्वपूर्ण अनुभव हासिल करने का एक अवसर है। शुक्ला भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए चार खगोलज्ञों में से एक हैं, जिनके नाम फरवरी 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषित किए थे। गगनयान मिशन को 2026-2027 के बीच लॉन्च किया जाएगा।
भारतीय अंतरिक्ष उद्योग का उभरता हुआ योगदान
शुभांशु शुक्ला के इस मिशन को भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है। इससे न केवल भारत का मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम मजबूत होगा, बल्कि भारत की निजी अंतरिक्ष कंपनियों को भी बढ़ावा मिलेगा। Bellatrix Aerospace के सीओओ यशस करनम ने इस मिशन को नई पीढ़ी के नवाचारकों के लिए प्रेरणास्त्रोत बताया।
अंतरिक्ष मिशन में अंतरराष्ट्रीय सहयोग
इस मिशन में अमेरिकी, पोलिश और हंगेरियन अंतरिक्ष यात्री भी शामिल हैं। यह 14 दिन का मिशन 31 देशों के लगभग 60 शोध प्रयोगों का हिस्सा है। मिशन में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA), नासा और हंगरी के HUNOR कार्यक्रम से भी अनुसंधान योगदान दिया जा रहा है।
भारतीय अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का विकास
भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था 2024 में 8.4 अरब डॉलर से बढ़कर 2033 तक 44 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। अगर यह विकास दर बनी रहती है, तो भारत का वैश्विक अंतरिक्ष बाजार में हिस्सा 2% से बढ़कर 8% हो सकता है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए 22 अरब डॉलर की शुद्ध निवेश आवश्यकता है।
अंतरिक्ष क्षेत्र में भारतीय स्टार्टअप्स की भूमिका
भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में कई स्टार्टअप्स सक्रिय हो चुके हैं, जिनमें ध्रुवा स्पेस, Bellatrix Aerospace, Skyroot, Agnikul Cosmos और Manastu शामिल हैं। ये कंपनियां प्रोपल्शन सिस्टम, लॉन्च व्हीकल और सैटेलाइट डिजाइन जैसे क्षेत्रों में अपने-अपने योगदान दे रही हैं।









