
क्या आप तैयार हैं एक शापित नगरी की यात्रा पर जाने के लिए?
राजस्थान, अलवर ज़िला– अगर आप रहस्यों और डरावनी कहानियों के दीवाने हैं, तो भानगढ़ का किला आपकी ट्रैवल लिस्ट में ज़रूर होना चाहिए। यह किला भारत के सबसे डरावने और भूतिया स्थानों में शुमार है, जिसकी चर्चा सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में होती है।

क्यों है भानगढ़ इतना डरावना?
- आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) ने साफ चेतावनी दी है कि सूर्यास्त के बाद इस किले में प्रवेश वर्जित है।
- माना जाता है कि रात के अंधेरे में यहां पैरानॉर्मल गतिविधियां होती हैं।
- किले में रात गुज़ारने की कोशिश करने वाले कई जिज्ञासु पर्यटक आज तक नहीं लौटे।

भानगढ़ का शाप: संत बालूनाथ की कहानी
लोककथा के अनुसार, सम्राट माधो सिंह ने जब भानगढ़ का निर्माण शुरू किया, तो उन्होंने तपस्वी बालूनाथ से अनुमति ली थी।
बालूनाथ ने सिर्फ एक शर्त रखी –
“महल की छाया मेरे तपस्या स्थल पर नहीं पड़नी चाहिए।”
लेकिन जैसे ही महल बनकर तैयार हुआ, उसकी छाया बालूनाथ के स्थान पर पड़ गई और क्रोधित संत ने पूरे भानगढ़ को शापित कर दिया।
इसके बाद किला और पूरा क्षेत्र वीरान हो गया।
आज भी संत का तपस्या स्थल वहीं खंडहर में मौजूद है – मानो वो आज भी सब कुछ देख रहे हों।

क्या है खास इस जगह में?
- 17वीं सदी का स्थापत्य
- टूटी-फूटी हवेलियां और मंदिर
- रहस्यमयी झरोखे और खाली गलियारे
- लोगों के अनुभव — “किसी की परछाईं, किसी की आवाज़, और हवा में डर का अजीब-सा एहसास”

ट्रैवल अलर्ट:
- सूरज ढलने से पहले ही परिसर खाली करवा लिया जाता है।
- रात में किले में प्रवेश कानूनी अपराध माना जाता है।








