
Agra: विज्ञान और तकनीक के इस दौर में भी समाज का एक हिस्सा अब भी अंधविश्वास के गहरे जाल में फंसा है। आगरा के पिनाहट थाना क्षेत्र से एक ऐसा ही अजीब मामला सामने आया है जिसने लोगों को हैरत में डाल दिया है।
सात साल पहले सर्पदंश से मौत
पिनाहट क्षेत्र के झोरियन गांव की एक महिला ने दावा किया कि मध्य प्रदेश के बीजला गांव में रहने वाली एक शादीशुदा युवती दरअसल उसकी वही बेटी है, जिसकी सात साल पहले सर्पदंश से मौत हो चुकी थी। महिला का कहना है कि उसने बेटी के शव को चंबल नदी में प्रवाहित कर दिया था। लेकिन हाल ही में एक तांत्रिक ने उसे बताया कि उसकी बेटी मरी नहीं, बल्कि अब ज़िंदा है और सामने वाली युवती वही है।
महिला से नहीं है कोई रिश्ता
इस दावे से सब हैरान रह गए। युवती जब इस बात से अवगत हुई तो वह सीधे अपने असली माता-पिता के साथ पिनाहट थाने पहुंच गई और महिला के दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया। युवती ने पुलिस को बताया कि वह अपनी असली मां-बाप के साथ रह रही है और उस महिला से उसका कोई संबंध नहीं।
पुलिस ने समझा-बुझाकर घर भेज
पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत की और पूरे मामले को समझने के बाद सभी को समझा-बुझाकर घर भेज दिया। हालांकि मामला शांत हो गया, लेकिन यह घटना समाज में फैले अंधविश्वास और तांत्रिकों के प्रभाव पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।









