
लखनऊ। मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब की अध्यक्षता में मंगलवार को उर्वरकों की उपलब्धता व वितरण व्यवस्था को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयुक्त कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में मंडल के अंतर्गत समितियों पर खाद की उपलब्धता, वितरण प्रक्रिया और किसानों की समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
किसानों को समय से खाद मिले, शिथिलता बर्दाश्त नहीं – मंडलायुक्त
डॉ. रोशन जैकब ने निर्देश दिए कि समितियों पर खाद की उपलब्धता में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि विक्रय किए जा रहे खाद को स्टॉक रजिस्टर में किसानों का पूरा विवरण दर्ज करने के बाद ही वितरित किया जाए। किसानों को समितियों पर किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
कालाबाजारी व ओवर रेटिंग पर सख्ती
मंडलायुक्त ने साफ शब्दों में कहा कि उर्वरकों की कालाबाजारी या ओवर रेटिंग जैसी शिकायतें किसी भी हालत में स्वीकार नहीं की जाएंगी। ऐसी किसी भी शिकायत की स्थिति में तत्काल कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि खाद वितरण का रोस्टर निर्धारित कर उसे समितियों पर चस्पा किया जाए, जिससे किसानों को सही जानकारी मिल सके।
समयबद्ध वितरण और पारदर्शिता पर जोर
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए निर्धारित समयावधि में पारदर्शी तरीके से वितरण किया जाए। किसानों की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर सुना जाए और उसका त्वरित समाधान सुनिश्चित हो।
इस अवसर पर संयुक्त विकास आयुक्त श्री के.के. सिंह, कृषि विभाग व कोऑपरेटिव विभाग के संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। मंडलायुक्त ने अधिकारियों से किसानों की सुविधा और भरोसे को सर्वोपरि मानते हुए जिम्मेदारियों का पालन करने की अपील की।









