फतेहपुर में मकबरा विवाद : ठाकुर जी का मंदिर बताकर तोड़फोड़, तनावपूर्ण स्थिति कायम

Tomb Dispute in Fatehpur. उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के सदर कोतवाली अंतर्गत अबूनगर इलाके में स्थित एक मकबरे को हिंदू समाज के कुछ लोगों ने ठाकुर जी का मंदिर बताकर तोड़फोड़ करने और वहां भगवा झंडा फहराने की घटना ने पूरे इलाके में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है। सोमवार को इस विवाद के चलते दोनों समुदायों के बीच पथराव हुआ, जिससे हालात पूरी तरह से बिगड़ गए और पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूले नजर आए।

घटना के बाद इलाके में तनाव व्याप्त हो गया, जिसके कारण पुलिस और प्रशासन को सक्रिय होकर स्थिति को काबू में रखने का प्रयास करना पड़ा। बरेली के मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने इस मामले को लेकर हिंदू महासभा की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि फतेहपुर के मकबरे को हिंदू महासभा के लोगों ने शहीद कर दिया है और कानून को हाथ में लेने की अनुमति किसने दी। मौलाना रिजवी ने इस घटना को मुस्लिम समुदाय के लिए असहनीय बताया और इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि सरकार जिला प्रशासन के संपर्क में है और स्थिति नियंत्रण में है। वहीं, फतेहपुर के जिलाधिकारी रवींद्र सिंह ने भी कहा कि फिलहाल कानून व्यवस्था सामान्य बनी हुई है और प्रशासन की प्राथमिकता लोगों में विश्वास बनाए रखना है। फतेहपुर के एसपी अनूप कुमार सिंह ने भी कहा कि अब स्थिति काबू में है और कानून व्यवस्था सामान्य है।

विवाद की शुरुआत और हालात

यह विवाद तब शुरू हुआ जब हिंदूवादी संगठनों के लोग मकबरे को ठाकुर जी का मंदिर बताकर वहां पूजा-पाठ के लिए पहुंचे और मकबरे को तोड़फोड़ना शुरू कर दिया। उन्होंने मकबरे पर भगवा झंडा फहराया, जिससे मुस्लिम समुदाय के लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया। दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और पुलिस को स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस प्रशासन ने इलाके में बैरिकेडिंग लगाई थी, लेकिन हिंदू संगठनों के लोग बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ गए।

प्रशासन की प्रतिक्रिया और सुरक्षा प्रबंध

फतेहपुर में स्थिति बिगड़ने के कारण प्रशासन ने पूरे शहर में पुलिस और पीएसी की तैनाती कर दी है। हर गली और चौराहे पर सुरक्षा बलों की निगरानी बढ़ा दी गई है। पुलिस अफसर मौके पर मौजूद हैं और वे दोनों पक्षों से बातचीत कर स्थिति को शांतिपूर्ण बनाने की कोशिश कर रहे हैं। डाक बंगला चौराहे के पास हजारों की भीड़ जमा हुई थी, जिसे काबू करने के लिए प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

फतेहपुर के डीएम और एसपी ने विवादित पक्षों को समझाकर शांत कराया, लेकिन मुस्लिम समुदाय के लोग अभी भी इलाके में मौजूद हैं। प्रशासन की पूरी कोशिश है कि विवाद और हिंसा को बढ़ने से रोका जाए और शहर में शांति बहाल रहे।

मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी की कड़ी प्रतिक्रिया

बरेली के धार्मिक गुरु मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने हिंदू महासभा पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं दोनों समुदायों के बीच दूरियां बढ़ाती हैं और शांति को नुकसान पहुंचाती हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और मामले को सुलझाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।

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