भारतीय रेलवे में सुरक्षा के लिए CCTV कैमरों की स्थापना,जानिए पूरी खबर

RDSO के नवीनतम मानकों के अनुरूप होंगे, जो 100 किमी प्रति घंटे से अधिक गति से चलने वाली ट्रेनों में भी उच्च गुणवत्ता वाली वीडियो फुटेज प्रदान करेंगे।

भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और सुरक्षात्मक निगरानी बढ़ाने के लिए कोचों और लोकोमोटिव्स में CCTV कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य अपराध, तोड़फोड़, चोरी जैसी घटनाओं को कम करना, अपराध पर रोक लगाना और जांच में मदद करना है।

कोचों में CCTV कैमरों की संख्या और योजना
रेल मंत्रालय के अनुसार, अब तक कुल 11,535 कोचों में CCTV कैमरे स्थापित किए जा चुके हैं। यह जानकारी 6 अगस्त 2025 को लोकसभा में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी। सांसदों के सवालों के जवाब में उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में लगभग 74,000 कोचों और 15,000 लोकोमोटिव्स में ये कैमरे लगाए जाएंगे।

क्षेत्रवार CCTV कैमरे लगे कोचों की संख्या
सबसे ज्यादा CCTV कैमरे पश्चिम रेलवे जोन के 1,679 कोचों में लगे हैं, इसके बाद क्रमशः मध्य रेलवे (1,320), दक्षिण रेलवे (1,149), पूर्वी रेलवे (1,131), और उत्तरी रेलवे (1,125) हैं।

कैमरों की तकनीकी विशेषताएं और व्यवस्था
प्रत्येक कोच में चार CCTV कैमरे लगाए जाएंगे — प्रत्येक प्रवेश द्वार पर दो-दो। हर लोकोमोटिव में छह कैमरे लगाए जाएंगे — आगे, पीछे, दोनों ओर और प्रत्येक कैब में एक-एक कैमरा। साथ ही दो डेस्क माउंटेड माइक्रोफोन भी लगाए जाएंगे। ये कैमरे STQC प्रमाणित होंगे और RDSO के नवीनतम मानकों के अनुरूप होंगे, जो 100 किमी प्रति घंटे से अधिक गति से चलने वाली ट्रेनों में भी उच्च गुणवत्ता वाली वीडियो फुटेज प्रदान करेंगे।

यात्रियों की निजता का संरक्षण
रेल मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यात्रियों की निजता का उल्लंघन नहीं होगा क्योंकि कोच में लगे कैमरे केवल दरवाजों के पास आम आवाजाही वाले क्षेत्रों में लगाए जाएंगे।

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