किश्तवाड़ जिले में बादल फटने का मामला, बाढ़ और मलबे में दबने से आंकड़ा हो गया 65

मलबे के बीच फंसे लोगों को निकालने के लिए विशेष उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं। प्रशासन स्थानीय लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील कर रहा है।

जम्मू-कश्मीर- जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने के बाद से लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है….बीते दिनों में बादल फटने के बाद सोशल मीडिया पर खूब वीडियो वायरल हुआ….

भारी बारिश और मलबे में दबे लोग

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चसोटी गांव में बादल फटने की घटना ने हड़कंप मचा दिया। इस आपदा में अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 21 लोगों की पहचान कर ली गई है। भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और मलबे में दबने से गांव में तबाही मची है।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
हादसे के बाद से राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। अब तक 167 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जबकि 38 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। 200 से ज्यादा लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें लगातार सर्च-रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई हैं।

प्रशासन का अपडेट
किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर पंकज शर्मा ने बताया कि राहत कार्य पूरे जोरों पर हैं और सभी प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुँचाई जा रही है। बचाव दल भूस्खलन और मलबे के बीच फंसे लोगों को निकालने के लिए विशेष उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं। प्रशासन स्थानीय लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील कर रहा है।

स्थानीय प्रभावितों की मदद
वहीं, प्रभावित इलाकों में चिकित्सा सहायता और खाने-पीने की सामग्री वितरित की जा रही है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मौसम की वजह से अब भी भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बना हुआ है। लोगों से अधिक सावधानी बरतने और सरकारी निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया गया है।

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