
Ganesh Puja Vidhi. गणेश चतुर्थी का त्योहार हर साल भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन मनाया जाता है। इस अवसर पर भक्त अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते हैं और दस दिनों तक उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त 2025 को शुरू होगी और अनंत चतुर्दशी के दिन इसका समापन होगा। दस दिन तक चले इस पर्व में लोग अपने घरों और पंडालों में भव्य स्थापना और आरती का आयोजन करते हैं।
गणेश चालीसा का महत्व
गणेश चतुर्थी पर पूजा के समय गणेश चालीसा का पाठ अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे पढ़े बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। गणेश चालीसा भगवान गणेश की महिमा, गुण और बल का बखान करती है और भक्तों की सभी बाधाओं को दूर करने में सहायक मानी जाती है। चालीसा का नियमित पाठ करने से भक्तों में आध्यात्मिक शांति, मानसिक सुकून और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके साथ ही यह भगवान गणेश की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का भी सर्वोत्तम साधन माना जाता है।
पूजा में ध्यान रखने योग्य बातें
- गणेश चतुर्थी से पहले पूजा सामग्री तैयार रखें।
- मूर्ति की स्थापना के लिए साफ और पवित्र स्थान चुनें।
- पूजा के दौरान धूप, दीपक, फूल, फल और मोदक का उपयोग करें।
- चालीसा का पाठ पूजा के बाद या आरती से पहले करें।
- पाठ करते समय एकाग्रचित्त होकर और भक्ति भाव के साथ भगवान की स्तुति करें।
गणेश चतुर्थी पूजा सामग्री लिस्ट (Ganesh Pujan Item List)
- गणेश जी की मिट्टी या पांडव प्रतिमा
- पूजा का आसन या लकड़ी की चौकी
- चौकी पर बिछाने के लिए लाल या पीला कपड़ा
- भगवान के लिए वस्त्र, जनेऊ का जोड़ा
- मिट्टी और पीतल/तांबे का कलश
- नारियल और आम के पत्ते
- अक्षत (चावल)
- दूर्वा घास, केले के पत्ते, पान के पत्ते
- लाल-पीले पुष्प, गेंदे के फूल और माला
- धूप, दीपक, रुई, घी, कपूर और माचिस
- पान, सुपारी, लौंग, इलायची
- रोली, हल्दी, कुमकुम, सुपारी, पंचमेवा, लाल चंदन
- प्रसाद के लिए मोदक, लड्डू और फल
- पंचामृत: दूध, दही, शहद, घी और शक्कर
- शुद्ध जल और गंगाजल
- शंख और घंटी
- आरती की थाली
पूजा में ध्यान रखने योग्य बातें
- पूजा की सामग्री पहले से तैयार रखें ताकि स्थापना और पूजन में कोई विघ्न न आए।
- फूल, माला और ताजे पत्ते पूजा वाले दिन या एक दिन पहले लाए जा सकते हैं।
- पंचामृत और प्रसाद तैयार करके रखें ताकि आरती और पूजा के समय सब कुछ व्यवस्थित रहे।
Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना पर आधारित है। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा भारत समाचार नहीं करता हैं।









