
Navratri 2025: नवरात्रि, भक्ति और तपस्या का त्योहार, केवल आस्था का प्रतीक नहीं है बल्कि शरीर और मन को शुद्ध करने का एक मौका भी है। लेकिन कई लोग व्रत के दौरान कुछ छोटी-छोटी गलतियों की वजह से पेट में गैस, एसिडिटी या अन्य परेशानियों का सामना करते हैं। अगर आप इस साल नवरात्र का व्रत बिना किसी परेशानी के रखना चाहते हैं, तो इन 5 आम गलतियों से बचें।
1. ज्यादा तला-भुना और मसालेदार खाना
व्रत का मतलब यह नहीं कि आप पूरी, पकौड़े या आलू के चिप्स खाकर पेट भर लें। तले हुए और ज्यादा मसालेदार भोजन को पचाना मुश्किल होता है, जिससे गैस और एसिडिटी हो सकती है। इसके बजाय उबला हुआ, भुना हुआ या कम तेल वाला खाना खाएं, जैसे साबूदाने की खिचड़ी, आलू-दही या ताजे फल।
2. खाली पेट चाय या कॉफी पीना
खाली पेट चाय या कॉफी पीना पेट में एसिड बढ़ा सकता है और जलन की समस्या कर सकता है। व्रत के दौरान नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी या फलों का जूस पीएं। ये आपको हाइड्रेटेड रखने के साथ पेट को भी शांत रखेंगे।
3. पानी कम पीना
व्रत के दौरान पानी की कमी से कब्ज और एसिडिटी हो सकती है। दिनभर में पर्याप्त पानी पिएं। इसके अलावा, खीरा, तरबूज और ककड़ी जैसे पानी वाले फलों का सेवन भी लाभकारी है।
4. ज्यादा खट्टे फल खाना
खट्टे फल जैसे संतरा, नींबू या मौसमी पेट के लिए भारी हो सकते हैं, खासकर अगर आपको पहले से ही एसिडिटी की समस्या हो। व्रत में केला, पपीता या सेब जैसे हल्के फल ही खाएं।
5. लंबे समय तक खाली पेट रहना
सारी सुबह और दोपहर तक कुछ ना खाने से पेट में एसिड बनने लगता है, जिससे गैस और जलन हो सकती है। थोड़ी-थोड़ी देर में हल्का भोजन करें। सुबह भीगे हुए बादाम, अखरोट और केला खाएं ताकि दिनभर एनर्जी बनी रहे।
व्रत के लिए दिनचर्या सुझाव
- सुबह: गुनगुने पानी के साथ भीगे हुए नट्स या एक केला।
- दिन में: फल, दही या छाछ।
- दोपहर: कम तेल वाली साबूदाने की खिचड़ी, सिंघाड़े या कुट्टू की रोटी और दही।
- शाम: हल्का स्नैक्स जैसे मखाना या भुनी हुई मूंगफली।
- रात: हल्की सब्जी और रोटी या दूध पीकर सोएं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।









