
भोजपुरी सुपरस्टार और बीजेपी नेता पवन सिंह इस समय एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार मामला उनके किसी गाने या फिल्म का नहीं, बल्कि पारिवारिक विवाद का है। लखनऊ में उनकी पत्नी ज्योति सिंह ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिससे मीडिया में काफी हंगामा हुआ। इस विवाद की वजह से पवन सिंह को प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी और उन्होंने खुद पर लगे आरोपों की सफाई दी।
हाल ही में इस मामले में नया मोड़ तब आया जब पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह शुक्रवार को बिहार के पटना में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर से मिलीं। इस मुलाकात के दौरान ज्योति सिंह ने स्पष्ट किया कि वह चुनाव लड़ने या किसी राजनीतिक टिकट की तलाश में नहीं आई हैं। उनका मकसद केवल यह सुनिश्चित करना है कि उनके जैसी किसी अन्य महिला के साथ अन्याय न हो। उन्होंने कहा, “मैं यहां चुनाव लड़ने या टिकट मांगने नहीं आई हूँ। मैं यह सुनिश्चित करने आई हूँ कि किसी और महिला को मेरे जैसा अन्याय न सहना पड़े। मैं ऐसी सभी महिलाओं की आवाज़ बनना चाहती हूँ। इसलिए मैं प्रशांत भैया से मिली। चुनाव या टिकट पर कोई चर्चा नहीं हुई। मैं यहां सिर्फ़ उन सभी महिलाओं के लिए आई हूँ।”
ज्योति सिंह से मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “ज्योति जी एक बिहारी और एक महिला के तौर पर यहां आई थीं। हमने उनकी बात सुनी। सबसे पहले, उन्होंने चुनाव लड़ने के बारे में कुछ नहीं कहा है। मुझे लगा कि चुनाव लड़ना या टिकट पाना उनका मकसद नहीं है। उनके अपने शब्दों में, उनके साथ घोर अन्याय हो रहा है। वह चाहती हैं कि उनके साथ जो हुआ, वह बिहार में किसी और महिला के साथ न हो। वह जन सुराज से मदद चाहती हैं।
मैंने उनसे कहा है कि प्रशांत किशोर का उनके पारिवारिक मामलों में कोई भूमिका नहीं हो सकती, लेकिन जहां तक उनकी सुरक्षा या लोकतांत्रिक मूल्यों का सवाल है, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। जन सुराज उनके साथ रहेगा और उन्हें कानूनी तरीके से लड़ना चाहिए। पवन सिंह मेरे दोस्त हैं, इसलिए उनके पारिवारिक मामले पर मैं कुछ नहीं कह सकता। लेकिन उनसे मिलना और उनकी बात सुनना मेरी सामाजिक जिम्मेदारी थी। उन्होंने मुझसे कुछ नहीं मांगा।”
इससे पहले, रविवार को पवन सिंह के लखनऊ स्थित अपार्टमेंट, सुशांत गोल्फ सिटी के सेलिब्रिटी फ्लैट में उनकी पत्नी ज्योति सिंह पहुंची थीं। इस दौरान काफी हंगामा हुआ। इसके कुछ दिनों बाद पवन सिंह ने अपने पक्ष में बयान दिया। उन्होंने कहा, “मर्द का दर्द किसी को नहीं दिखता। मैंने ज्योति का व्यवहार अच्छे से देखा और समझा है, किसी ने मुझे घर आने से नहीं रोका। हमारे बीच तलाक का केस चल रहा है। मैं केवल इतना कह सकता हूं कि कानून सबके लिए बराबर है।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि चुनाव से पहले ज्योति का अपनापन क्यों?









