
2 नवंबर 2025 की रात, जब भारत ने महिला वर्ल्ड कप फाइनल जीतकर जश्न मनाया, साउथ अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट अपने होटल के कमरे में खामोश बैठी थीं। वह सोच रही होंगी कि यदि उनके कुछ साथी बेहतर प्रदर्शन करते तो शायद आज इतिहास कुछ और होता। लेकिन उन्होंने अकेले दम पर अपनी टीम को जीत की उम्मीद दी और 41.1 ओवर तक मैदान पर डटी रहीं।
लौरा वोल्वार्ड्ट का शानदार वर्ल्ड कप
लौरा वोल्वार्ड्ट का यह वर्ल्ड कप प्रदर्शन अविस्मरणीय रहा। टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी के रूप में लौरा ने 9 मैचों में 571 रन बनाए, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 98.78 और औसत 71.37 था। इस दौरान उन्होंने दो शतक और तीन अर्धशतक लगाए, और 73 चौके और 7 सिक्स भी लगाए। हालांकि, अपनी शानदार बल्लेबाजी के बावजूद वह जीत का जश्न नहीं मना पाईं।
भारत ने किया पछाड़
मैच के बाद लौरा ने कहा, आज भारत ने हमें पूरी तरह से पछाड़ दिया। हारना निराशाजनक है, लेकिन हम इससे जरूर सीखेंगे और ज्यादा मजबूत होकर वापस आएंगे। हमने टूर्नामेंट में दो खराब मैचों को छोड़कर बेहतरीन खेल दिखाया। हम कभी बहुत अच्छा खेलते थे, तो कभी बहुत बुरा, लेकिन शुक्र है कि ज्यादातर समय अच्छा खेला।
हार का दर्द झलका
लौरा का बयान सुनते हुए उनके चेहरे पर हार का दर्द साफ झलक रहा था। वह शायद सोच रही थीं कि काश कोई एक खिलाड़ी उनके साथ और जज्बा दिखाता तो साउथ अफ्रीका आज इतिहास रचने के जश्न में डूबा होता। लेकिन जैसा उन्होंने कहा, भारत ने उन्हें पूरी तरह पछाड़ दिया और फाइनल में जीत दर्ज की। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन का विशाल लक्ष्य सेट किया।
लौरा ने अकेले किया संघर्ष
साउथ अफ्रीका को उम्मीद थी कि लौरा वोल्वार्ड्ट एक के बाद एक साथी बल्लेबाजों के साथ बड़ी साझेदारी करेंगी, लेकिन एक के बाद एक साथी आउट हो रहे थे। फिर भी लौरा ने हार नहीं मानी और पहले अर्धशतक और फिर शतक लगाया। वह महिला वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल और फाइनल में शतक जड़ने वाली पहली महिला कप्तान बनीं।
अंत में टूटी हिम्मत
अंत में जब दबाव बढ़ गया, तो लौरा ने बड़ा शॉट खेला, लेकिन अमनजोत कौर ने उन्हें कैच पकड़कर आउट कर दिया। एक समय ऐसा लग रहा था कि लौरा को भाग्य का साथ मिलेगा, लेकिन अमनजोत ने गिरते हुए भी उनका कैच नहीं छोड़ा। लौरा ने 101 रन की शानदार पारी खेली, लेकिन उनकी कोशिशें विफल हो गईं और साउथ अफ्रीका की उम्मीदें भी टूट गईं।
साउथ अफ्रीका की छोटी पारी
लौरा के अलावा साउथ अफ्रीका की ओर से डर्कसन (35), ताजमिन बिट्स (23), और सुने लुस (25) ने छोटी-छोटी पारियां खेलीं। वहीं, मारिजान काप का बल्ला खामोश रहा।









