
दिल्ली में लाल किले के सामने एक भयानक धमाका हुआ, जिसकी गूंज दूर तक सुनाई दी। पास के इलाकों में इसके कंपन को महसूस किया गया, और कई इमारतों के कांच भी टूट गए। धमाके के कारणों को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन आतंकी हमले की आशंका जताई जा रही है।
धमाका इतना जबरदस्त था कि इसकी आवाज पांच किलोमीटर दूर तिलक ब्रिज तक सुनाई दी, और एक किमी तक पूरी धरती कांप गई। घरों, दुकानों और कार्यालयों के शीशे टूट गए। पुराने दिल्ली से नई दिल्ली की ओर भारी तादात में पक्षी उड़ते हुए दिखाई दिए। सिविल सेंटर के कर्मियों ने भी इस धमाके को महसूस किया।
व्यापारियों ने बताया कि उनके बाजार की कई दुकानों के न सिर्फ शीशे टूटे, बल्कि तेज धमाके के साथ कंपन भी महसूस हुआ। इस घटना की चर्चा बाजार में देर तक रही, और कई कयास लगाए गए कि यह टायर फटने या सिलेंडर ब्लास्ट से हो सकता है। आधे घंटे बाद पता चला कि यह धमाका लाल किला के सामने हुआ था।
आतंकी हमले की ओर इशारा
धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि चार किलोमीटर दूर आइटीओ तक आवाज सुनाई दी। हरियाणा नंबर की आइ-20 कार में हुआ धमाका इतना शक्तिशाली था कि कार के परखच्चे उड़ गए और घटनास्थल से करीब 250 मीटर दूर तक कार के पार्ट्स जा गिरे। लाल किला के पास चांदनी चौक की दिशा में कई दुकानों के शीशे टूट गए।
धमाके की तीव्रता और मलबे के स्वरूप से यह संकेत मिलते हैं कि इसमें उच्च तीव्रता वाले विस्फोटक जैसे आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया हो, न कि साधारण ईंधन रिसाव से हुआ कोई विस्फोट।









