दिल्ली धमाका में फरीदाबाद कनेक्शन? नया मोड़ आया सामने!

दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक भयानक धमाका हुआ, जो चलती हुई गाड़ी में हुआ। जानकारी के अनुसार, धमाके के समय गाड़ी चल रही थी और उसमें लोग मौजूद थे।

दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक भयानक धमाका हुआ, जो चलती हुई गाड़ी में हुआ। जानकारी के अनुसार, धमाके के समय गाड़ी चल रही थी और उसमें लोग मौजूद थे। धमाका इतना तेज था कि पास की गाड़ियाँ भी खाक हो गईं। अब तक इस घटना में 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 29 लोग घायल हुए हैं। दिल्ली पुलिस ने मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।

दिल्ली पुलिस की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने इस विस्फोट के मामले में कोतवाली पुलिस स्टेशन में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA), एक्सप्लोसिव एक्ट और BNS की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस की एक टीम LNJP हॉस्पिटल भी पहुंची है, जहां वह घायलों से बातचीत करके घटना के सीक्वेंस को जोड़ने की कोशिश करेगी। इसके अलावा, टोल प्लाजा की जांच के लिए NHAI से मदद ली गई है ताकि सीसीटीवी के माध्यम से और जानकारी जुटाई जा सके।

ब्लास्ट की जांच में क्या सामने आया?
शुरुआती जांच में पता चला है कि जहां धमाका हुआ, वहां कोई गड्ढा नहीं हुआ। हालांकि, धमाका इतना तेज था कि आगे की गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। फिलहाल, आरडीएक्स की स्मेल का कोई संकेत नहीं मिला है, लेकिन धमाके की तीव्रता ने इसे आतंकी हमला होने का शक पैदा किया है। ऐसा लग रहा है कि इस धमाके का उद्देश्य किसी और जगह पर हमला करने का था, और शायद यह किसी ट्रांसपोर्ट का टारगेट नहीं था।

सूत्रों के मुताबिक, जांच के बाद यह आतंकी हमला प्रतीत हो रहा है, हालांकि विस्फोटक की जांच के बाद ही सटीक जानकारी सामने आ सकेगी। धमाका उच्च तीव्रता का था और इसके तार फरीदाबाद से पकड़े गए एक मॉड्यूल से जुड़े हुए दिख रहे हैं। जांच एजेंसियां डॉक्टर मुज़्जमिल और डॉक्टर आदिल से भी पूछताछ कर रही हैं, जिनके पकड़े जाने के बाद यह धमाका जल्दबाजी में किया जा सकता है।

सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान इस ओर
इस धमाके को लेकर सुरक्षा एजेंसियों की जांच जारी है और उन्हें शक है कि यह विस्फोटक किसी अलग तरह के रसायन और केमिकल से मिलाकर बनाया गया हो सकता है।

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