
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में आज 122 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है, और राज्य के इतिहास में अब तक का सबसे ज्यादा मतदान हो रहा है। अपरान्ह 3 बजे तक 60% से ज्यादा मतदान हो चुका है, और शाम 5 बजे तक यह आंकड़ा 67.14% तक पहुंच गया है, जो पिछले सभी रिकॉर्ड्स को ध्वस्त करता है। बिहार के मतदाताओं में अभूतपूर्व उत्साह देखा जा रहा है, और चुनाव आयोग के अनुसार, राज्य भर में मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें देखी जा रही हैं। सबसे ज्यादा मतदान किशनगंज जिले में हुआ है, जहां 5 बजे तक 76.26% वोट पड़े। इसके बाद, पूर्णिया में 73.79%, कटिहार में 75.23%, और सुपौल में 70.69% मतदान हुआ है।

पश्चिमी चंपारण में भी 72.02% मतदान हुआ, जबकि पूर्वी चंपारण में 69.31% वोट पड़े। सीतामढ़ी जिले में 65.29% मतदान हुआ, जबकि नवादा में थोड़ी कमी देखने को मिली, जहां 5 बजे तक 57.11% मतदान हुआ। मतदाता अब तक अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए भारी संख्या में मतदान कर रहे हैं, जिससे यह चुनाव अब तक का सबसे ऐतिहासिक मतदान बन गया है। यह संकेत है कि राज्य के लोग बदलाव की दिशा में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं और अपनी आवाज़ उठा रहे हैं।
मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से चल रही है, और चुनाव आयोग ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया हुआ है। राज्यभर में सुरक्षा कर्मी और केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है ताकि मतदान केंद्रों पर कोई भी अप्रिय घटना न हो। मतगणना 14 नवंबर को होगी, और तब यह साफ हो जाएगा कि बिहार के मतदाता किस दिशा में बदलाव चाहते हैं। क्या यह चुनाव बिहार में नई सरकार का नेतृत्व करेगा या फिर वर्तमान व्यवस्था को बनाए रखेगा, यह अगले कुछ दिनों में स्पष्ट होगा। बिहार में रिकॉर्ड तोड़ मतदान से यह साबित हो रहा है कि राज्य के लोग राजनीतिक बदलाव के लिए तैयार हैं और वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं।









