क्या दिल्ली का पहला फिदायीन हमला है लाल किला ब्लास्ट ? इस बड़े आतंकी संगठन से जुड़े हैं दोनों डॉक्टर

दिल्ली के लाल किले के मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 पास शाम करीब 6 बजकर 52 मिनट पर हुए जोरदार धमाके ने पूरे इलाके को दहला कर रख दिया था।

दिल्ली के लाल किले के मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 पास शाम करीब 6 बजकर 52 मिनट पर हुए जोरदार धमाके ने पूरे इलाके को दहला कर रख दिया था। ये धमाका इतना जोरदार था जिसकी गूंज करीब 1.2 KM तक सुनी गई थी। अब इस मामले से जुड़ा एक बड़ा अपडेट सामने आया है। दरअसल एक सीसीटीवी वीडिया सामने आया है जिसमें चलती कार में जोरदार धमाका देखा जा सकता है। ब्लास्ट का इंपैक्ट इतना ज्यादा था कि वहां लगा सीसीटीवी भी धमाके के बाद बंद हो गया। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक धमाके के वक्त सफेद रंग की I 20 ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी थी और गाड़ी चला रहा था डॉ. मोहम्मद उमर। ऐसे में धमाके में उसकी भी मौत हो चुकी है। सुरक्षा एजेंसियों ने पहचान करने के लिए DNA टेस्ट के लिए उसके माता पिता को जम्मू कश्मीर से बुलाया है। अगर वो मर चुका है तो ये दिल्ली में ये अबतक का पहला फिदायीन हमला माना जाएगा।

कौन है डॉ शाहीन ?

फरीदाबाद, हरियाणा से लखनऊ की महिला डॉ. शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से AK-47 राइफल बरामद हुई थी। जानकारी के मुताबिक, डॉ. शाहीन पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ी हुई थीं। वह इस संगठन की महिला विंग ‘जमात-उल-मोमीनात’ की कमांडर थीं, और उनकी जिम्मेदारी भारत में महिलाओं को इस आतंकी संगठन में शामिल करना था। बताया जा रहा है कि डॉ. शाहीन की जुड़ाव जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर से था। सादिया के पति युसुफ अजहर और उनका पूरा परिवार पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दौरान मारा गया था।

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