“कोर्ट ने मुझे गुनहगार समझा और सजा सुनाई”, जेल जाने से पहले बोले-‘आजम खान’

रामपुर के MP-MLA कोर्ट से समाजवादी पार्टी नेता आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म को बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने दोनों को 2 पैन कार्ड मामले में दोषी करार देते हुए 7-7 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने दोनों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इस मामले में दोनों को रामपुर जिला जेल भेजा गया है।

रामपुर के MP-MLA कोर्ट से समाजवादी पार्टी नेता आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म को बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने दोनों को 2 पैन कार्ड मामले में दोषी करार देते हुए 7-7 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने दोनों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इस मामले में दोनों को रामपुर जिला जेल भेजा गया है।

कोर्ट ने दी सजा…”

रामपुर MP-MLA कोर्ट ने आज़म खान और अब्दुल्ला आज़म को पैन कार्ड के मामले में दोषी ठहराया। इन दोनों ने चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी करने के लिए गलत पैन कार्ड बनाए थे। कोर्ट ने IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी), 467 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के लिए जालसाजी) और 471 (जाली दस्तावेजों का उपयोग) के तहत उन्हें सजा सुनाई है। इसके अलावा, दोनों को 50-50 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया गया है।

आजम खान का बयान…

सजा सुनने के बाद आज़म खान ने कहा, “कोर्ट ने मुझे गुनहगार समझा और सजा सुनाई। अब मुझे कुछ नहीं कहना, अदालत का फैसला है।” उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कोई विवाद नहीं उठाया और कोर्ट के फैसले को स्वीकार किया।

अब्दुल्ला आज़म का भी है मामला:

बेटे अब्दुल्ला आज़म को भी इसी मामले में सजा मिली है। अब्दुल्ला आज़म को 9 महीने पहले ही जेल से रिहा किया गया था, लेकिन इस मामले में कोर्ट ने उन्हें भी दोषी करार दिया और सात साल की सजा सुनाई।

पैन कार्ड विवाद का इतिहास

यह मामला उस वक्त शुरू हुआ जब यह आरोप लगे कि आज़म खान और उनके बेटे ने अपनी उम्र को बढ़ाकर चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी की। दोनों ने पैन कार्ड के जरिए गलत जानकारी दी थी, जिसे बाद में बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने उजागर किया। आकाश सक्सेना ने इस मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में की, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया।

पूर्व में जेल से रिहाई-

आज़म खान को 23 सितंबर 2023 को जेल से रिहा किया गया था। वहीं, अब्दुल्ला आज़म 9 महीने पहले ही जेल से बाहर आ गए थे। हालांकि, अब दोनों को सजा के बाद फिर से जेल भेज दिया गया है।

राजनीतिक विवाद और प्रतिक्रिया

इस फैसले के बाद रामपुर में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताते हुए इसकी आलोचना की है, जबकि बीजेपी नेताओं ने इसे न्याय का जीत बताया है। बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने इस फैसले को सही ठहराया और कहा कि न्याय की जीत हुई है।

अब देखना यह होगा कि आज़म खान और अब्दुल्ला आज़म इस फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील करते हैं या नहीं। फिलहाल, इस मामले ने रामपुर में राजनीतिक दृष्टिकोण से एक नया मोड़ ले लिया है।

आगे की कार्रवाई

रामपुर की MP/MLA कोर्ट का यह फैसला राज्य की राजनीति में एक नई चर्चा का विषय बन गया है। सजा मिलने के बाद अब दोनों नेताओं को कोर्ट के आदेश पर जिला जेल भेज दिया गया है। यह मामला आगे किस दिशा में जाएगा, यह तो कोर्ट की अगली कार्यवाही पर निर्भर करेगा।

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