
सहालग के सीजन में शादियों की धूम मची हुई है, लेकिन प्रयागराज में एक शादी ने सबका ध्यान खींचा। संगम नगरी के पुराने शहर की कीडगंज निवासी तनु ने अपने रिसेप्शन के दिन कुछ ऐसा किया, जो किसी ने कभी सोचा भी नहीं था। तनु ने खुद अपनी बारात लेकर ससुराल मुठ्ठीगंज पहुंची और इस अनूठी घटना ने शहर में हलचल मचा दी।
बारात में शामिल हुए सैकड़ों लोग
तनु अपनी बारात में गाजे-बाजे और मांगलिक गीतों के साथ रथ पर सवार होकर अपने ससुराल पहुंची। उनके साथ उनकी चार बहनें और सौ से अधिक रिश्तेदार शामिल हुए। इस दौरान उनके ससुराल में बधाई देने और स्वागत के लिए पुष्प वर्षा की गई और दूल्हे के परिवार ने आशीर्वाद देकर उनका स्वागत किया।
पिता की इच्छा पूरी करने के लिए उठाया कदम
प्रयागराज के राजेश जायसवाल की पांच बेटियां हैं, लेकिन उनका कोई बेटा नहीं था। उन्होंने अपनी बेटी की शादी को एक बेटे की शादी की तरह धूमधाम से मनाने का संकल्प लिया। यही कारण था कि उन्होंने बाकायदा कार्ड छपवाया, जिसमें लिखा था “हमारी बेटी की बारात जाएगी।” 24 नवंबर को शाम 6 बजे काजल सिनेमा से तनु की बारात उठी और वे रथ पर सवार होकर मुठ्ठीगंज स्थित ससुराल पहुंची।
सामाजिक समानता का संदेश
इस अनूठी शादी की सबसे खास बात यह थी कि इसमें दहेज का कोई लेन-देन नहीं हुआ। दोनों परिवारों ने इस कदम से सामाजिक समानता का संदेश दिया। तनु का कहना है कि वह चौथे नंबर की बहन हैं और उनके परिवार में कोई भाई नहीं है, इसलिए पिता की इच्छा पूरी करने के लिए उन्होंने यह खास कदम उठाया।
शहर में हो रही है चर्चा
तनु की शादी और बारात लेकर ससुराल पहुंचने की घटना अब शहर में चर्चा का विषय बन गई है। यह अनूठा आयोजन न सिर्फ परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा बन गया है।









