अदाणी ग्रुप और भारतीय ज्ञान प्रणालियाँ मंत्रालय ने मिलकर किया ऐतिहासिक इंडोलॉजी कार्यक्रम का आयोजन

अदाणी ग्रुप की इस साझेदारी से भारत के ज्ञान प्रणालियों की वैश्विक स्वीकृति और अध्ययन को एक मजबूत और सम्मानित आधार मिलेगा।

अहमदाबाद, 20-22 नवम्बर 2025: अदाणी ग्रुप ने भारतीय ज्ञान प्रणालियाँ मंत्रालय (IKS) के साथ मिलकर एक ऐतिहासिक राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन किया है, जिसका उद्देश्य भारतीय सभ्यता, भाषाओं, दार्शनिकता, विज्ञान और सांस्कृतिक धरोहर के वैश्विक अध्ययन, यानी इंडोलॉजी को पुनर्जीवित करना है। यह कार्यक्रम अहमदाबाद स्थित Adani Corporate House (ACH) में 20 से 22 नवम्बर 2025 तक आयोजित किया जा रहा है।

इंडोलॉजी की पुनः स्थापना की दिशा में ऐतिहासिक कदम
यह आयोजन उस समय हो रहा है जब दुनिया भर में इंडोलॉजी विभागों का महत्व घट रहा है। अदाणी ग्रुप और IKS की साझेदारी भारत के ज्ञान प्रणालियों के स्वामित्व को पुनः स्थापित करने और दुनिया के सामने भारतीय दृष्टिकोण से इसे प्रस्तुत करने का प्रयास कर रही है।

IKS और अदाणी ग्रुप की साझेदारी
IKS मंत्रालय की स्थापना 2020 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत की गई थी, जिसका उद्देश्य भारतीय प्राचीन ज्ञान को समकालीन शिक्षा प्रणाली में समाहित करना है। IKS इस ज्ञान को विभिन्न क्षेत्रों में लागू करने, जैसे इंजीनियरिंग, पर्यावरण विज्ञान, भाषाविज्ञान, सार्वजनिक नीति और स्वास्थ्य देखभाल में, प्रोत्साहित करता है। अदाणी ग्रुप की इस साझेदारी से भारत के ज्ञान प्रणालियों की वैश्विक स्वीकृति और अध्ययन को एक मजबूत और सम्मानित आधार मिलेगा।

PhD शोधकर्ताओं के लिए ₹13.16 करोड़ का कार्यक्रम
अदाणी ग्रुप और IKS ने 14 PhD शोधकर्ताओं के लिए ₹13.16 करोड़ के पांच साल के कार्यक्रम का आरंभ किया है। इन शोधकर्ताओं के अध्ययन विषयों में पंणिनि व्याकरण, गणनात्मक भाषाविज्ञान, प्राचीन खगोलशास्त्र, स्वदेशी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली, पारंपरिक इंजीनियरिंग में स्थिरता के सिद्धांत, राजनीतिक विचार, धरोहर अध्ययन और शास्त्रीय साहित्य शामिल हैं।

अदाणी ग्रुप का वैश्विक नेतृत्व में योगदान
यह पहल भारत के प्राचीन ज्ञान के साथ आधुनिक शोध उपकरणों जैसे डेटा विज्ञान, प्रणाली सोच और मल्टीमॉडल अभिलेखन को जोड़ने की कोशिश करेगी, ताकि इंडोलॉजी को समकालीन शैक्षिक चर्चा और वैश्विक विद्वत्ता में प्रासंगिक बनाया जा सके। यह भारत के “वसुधैव कुटुम्बकम” (दुनिया एक परिवार है) के प्राचीन विचारधारा में निहित है, जो भारत की सॉफ़्ट पावर और सभ्यता के नेतृत्व को सुदृढ़ करने के लिए अदाणी ग्रुप की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

अंतरराष्ट्रीय विद्वत्ता में भारतीय दृष्टिकोण की स्वीकार्यता
इस कार्यक्रम का उद्देश्य इंडोलॉजी के माध्यम से भारतीय ज्ञान प्रणालियों को पुनः विश्व स्तर पर सम्मानित करना है, जो ऐतिहासिक रूप से भारतीय समाज के महत्वपूर्ण हिस्से रहे हैं, और उन्होंने आधुनिक भाषाविज्ञान, खगोलशास्त्र, गणित, शासन, साहित्य और स्वास्थ्य विज्ञान पर गहरा प्रभाव डाला है।

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