
सहारनपुर के थाना गंगोह प्रभारी पीयूष दीक्षित ने एक मानवीय पहल कर पुलिस की छवि को नई पहचान दी है। पीयूष दीक्षित ने विधवा महिला सोमती देवी की बेटी की शादी का जिम्मा खुद लिया और इसे हकीकत में बदल दिया। सोमती देवी, जिनका पति अब नहीं रहा, अपने चार बेटियों की देखभाल करती हैं। तीन बेटियों की शादी के बाद चौथी बेटी की शादी का सपना उनकी आंखों में अटका हुआ था, क्योंकि आर्थिक तंगी ने उन्हें असमर्थ बना दिया था।
सोमती देवी ने मिशन शक्ति महिला हेल्प डेस्क गंगोह में अपनी समस्या रखी, जहां कोतवाली प्रभारी पीयूष दीक्षित ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह खुद इस शादी की जिम्मेदारी उठाएंगे। पीयूष दीक्षित ने ना सिर्फ शादी की तैयारियां की, बल्कि मंडप में जाकर कन्यादान भी किया। विभाग की तरफ से ही शादी के लिए सभी जरूरी सामान, दहेज और भोजन का प्रबंध भी किया गया।
27 नवंबर को जब शादी का दिन आया, तो पुलिसकर्मी खुद मंडप में पहुंचे। पीयूष दीक्षित ने पिता की भूमिका निभाते हुए कन्यादान किया और वर-वधू को आशीर्वाद दिया। उनकी इस संवेदनशीलता ने न केवल विधवा महिला और परिवार को राहत दी, बल्कि पूरे सहारनपुर में पुलिस की मानवीय पहल को सराहा गया। यह घटना साबित करती है कि वर्दी में सिर्फ सख्ती नहीं, बल्कि संवेदनशील दिल भी धड़कता है।









