
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) देश की सबसे बड़ी वित्तीय संस्था है, जो जनता के पैसों से लगभग ₹55 लाख करोड़ की संपत्तियों का प्रबंधन करती है। इनमें से ₹15 लाख करोड़ से अधिक रकम शेयरों (equity) में निवेश की गई है, जबकि बाकी पैसा लंबी अवधि वाले सरकारी बॉन्ड और दूसरी सुरक्षित योजनाओं में लगाया जाता है।
शेयर निवेश में LIC की बढ़ोतरी
2014 में LIC ने लगभग ₹1.5 लाख करोड़ शेयरों में लगाए थे, और पिछले 10 साल में इस रकम में लगभग 10 गुना बढ़ोतरी हुई है। 2020 तक LIC का शेयर निवेश बढ़कर ₹3 लाख करोड़ हो गया, यानी सिर्फ पाँच साल में ही LIC का शेयर निवेश 5 गुना बढ़ गया।
इतनी तेज़ और बड़ी बढ़ोतरी आमतौर पर नहीं देखी जाती, और यह साबित करता है कि LIC ने समझदारी और मजबूत रणनीति से निवेश किया है। LIC की दीर्घकालिक निवेश नीति ने पिछले वर्षों में शानदार परिणाम दिए हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि LIC का निवेश दृष्टिकोण दीर्घकालिक दृष्टिकोण पर आधारित है, जो निरंतर सफलता की ओर अग्रसर हो रहा है।
BFSI सेक्टर में LIC का निवेश
LIC की टॉप 50 कंपनियों में किए गए निवेश का लगभग 80% हिस्सा उनके शेयर निवेश का है। इस हिस्से में 29% पैसा BFSI (बैंक, वित्तीय सेवाएं और इंश्योरेंस) सेक्टर में निवेश किया गया है, जो कि LIC के लिए सबसे बड़ा निवेश क्षेत्र बन चुका है। BFSI क्षेत्र के लगातार बढ़ते महत्व और प्रगति ने LIC के निवेश को सुदृढ़ बनाया है।
LIC का निवेश रणनीति और दीर्घकालिक लाभ
LIC का निवेश केवल शेयरों में ही नहीं, बल्कि सुरक्षित और स्थिर विकल्पों में भी किया जाता है, जिससे उसके पॉलिसीधारकों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। एक दीर्घकालिक निवेश दृष्टिकोण अपनाकर LIC ने उन क्षेत्रों में निवेश किया है जो स्थिर लाभ देते हैं और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं।
इसलिए, LIC के शेयर निवेश को समझना कोई जटिल काम नहीं है। LIC का उद्देश्य हमेशा अपने पॉलिसीधारकों के पैसे को सुरक्षित और वृद्धि के रास्ते पर ले जाना होता है, और यही कारण है कि यह पिछले दशकों में अपनी दीर्घकालिक निवेश नीति के माध्यम से सफलता की ओर बढ़ता रहा है।









