
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने फेंसेडिल कफ सिरप के अवैध सिंडिकेट से जुड़ी एक बड़ी जांच शुरू की है। इस सिंडिकेट में बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह, अमित सिंह टाटा और अन्य आरोपियों का नाम सामने आया है। एसटीएफ की जांच में यह खुलासा हुआ है कि आलोक सिंह और अमित सिंह टाटा की काफी करीबी रिश्तेदारी थी और दोनों दुबई कई बार साथ में गए थे। इसके साथ ही मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल सहित सिंडिकेट के अन्य सदस्य भी दुबई में एबॉट कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करते थे।
एसटीएफ के मुताबिक, इस सिंडिकेट ने फेंसेडिल कफ सिरप के अवैध कारोबार से लाखों-करोड़ों की कमाई की और इसे अलग-अलग जगहों पर निवेश किया। आलोक सिंह की फर्म और अमित सिंह टाटा के बीच कनेक्शन की जांच भी जारी है, जिसमें दोनों के बीच व्यापारिक लेन-देन और बैंक ट्रांजेक्शन की जानकारी जुटाई जा रही है।
एसटीएफ ने यह भी बताया कि आरोपियों के दुबई जाने की तस्वीरें वायरल हो गई थीं, जिससे उनकी हरकतों का खुलासा हुआ। बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह की फर्म के रजिस्ट्रेशन और बैंक लेन-देन की भी गहन जांच की जा रही है। एसटीएफ ने यह भी बताया कि बेनामी लाइसेंस के जरिए करोड़ों रुपये के माल की हेरा-फेरी की गई, और अब कई अन्य लोग इस मामले में रडार पर हैं।









