
लखीमपुर जिले की तीन तलाक पीड़िता नूरजहां ने हिंदू धर्म अपनाते हुए अपना नाम बदलकर पूनम रख लिया। इसके बाद उन्होंने बरेली के एक हिंदू युवक धर्मपाल से शादी रचाई। इस फैसले से न सिर्फ उनका जीवन बदल गया, बल्कि उनके परिवार के लिए भी यह एक नया अध्याय शुरू हुआ है।

पूनम और धर्मपाल की कहानी
पूनम (पूर्व नूरजहां) और धर्मपाल दोनों 5 साल से एक-दूसरे को जानते थे। धर्मपाल ने नूरजहां की पीड़ा को समझा और उसकी मदद की, जिसके बाद दोनों के बीच दोस्ती प्यार में बदल गई। शादी के बाद दोनों का जीवन एक नई दिशा में मोड़ लिया।
लखीमपुर जिले की तीन तलाक पीड़िता नूरजहां ने हिंदू धर्म अपनाते हुए अपना नाम बदलकर पूनम रख लिया। इसके बाद उन्होंने बरेली के एक हिंदू युवक धर्मपाल से शादी रचाई। इस फैसले से न सिर्फ उनका जीवन बदल गया, बल्कि उनके परिवार के लिए भी यह एक नया अध्याय शुरू हुआ है। #UttarPradesh… pic.twitter.com/pB1UkPwE9M
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) December 6, 2025
शादी का आयोजन
इनकी शादी सुभाष नगर क्षेत्र के मढ़ीनाथ में आयोजित की गई। इस मौके पर दोनों के परिवार और करीबी लोग मौजूद थे। दोनों ने अपनी नई जिंदगी की शुरुआत की और समाज के सामने एक संदेश दिया कि सच्चा प्यार किसी भी धर्म और संप्रदाय से परे होता है।
तीन तलाक के बाद नया जीवन
नूरजहां को पहले अपने जीवन में तीन तलाक का सामना करना पड़ा था, जिससे वह काफी दुखी थीं। लेकिन अब उन्होंने एक नया रास्ता चुना है, जिससे उनका जीवन खुशहाल हो गया है। पूनम ने यह कदम उठाते हुए यह संदेश दिया कि कोई भी महिला अपने जीवन के फैसले खुद ले सकती है, और उसकी पहचान सिर्फ उसके धर्म से नहीं, बल्कि उसकी मजबूती और आत्मविश्वास से होती है।








