Delhi: इंडिगो और DGCA पर सवाल, क्या सिस्टम क्रैश की मिलीभगत थी?

नई विंटर शेड्यूल के तहत, 26 अक्टूबर से लागू होने वाले नियमों के पहले, इंडिगो को 10% नए रूट्स अलॉट किए गए थे, लेकिन बिना किसी ठोस एक्शन प्लान के मंजूरी दी गई।

बीते दिनों में इंडिगो की फ्लाइट की वजह से जो यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ा वो बेहद परेशान और थका देने वाला था….4 से 5 दिन हो गए इंडिगो की फ्लाइट कैंसिल पर कैंसिल हो रही…लोग अपने घर,काम औैर शादी जैसी चीजों में जाने के लिए काफी ज्यादा परेशान दिखाई दिए…कई बड़े शहरों के एयरपोर्ट पर हाहाकार मच गया….सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें सामने आई…भारी भीड़…भारी सामान और इंतजार करते हुए लोग. जिन्हें इंडिगो से काफी ज्यादा शिकायते थी…कि आखिर ऐसा क्यों? हो रहा है…अब इस मामले में काफी ज्यादा गंभीर सवाल उठ रहे है…..

दिल्ली में इंडिगो और DGCA को लेकर एक बड़ी बहस छिड़ गई है। दोनों पर आरोप लग रहे हैं कि क्या उन्होंने मिलकर एयरलाइन सिस्टम को क्रैश किया? इंडिगो की बढ़ती उड़ानें और DGCA की कथित लापरवाही सवालों के घेरे में हैं।

नई विंटर शेड्यूल के तहत, 26 अक्टूबर से लागू होने वाले नियमों के पहले, इंडिगो को 10% नए रूट्स अलॉट किए गए थे, लेकिन बिना किसी ठोस एक्शन प्लान के मंजूरी दी गई। इसके बाद, DGCA की वेबसाइट से महत्वपूर्ण डेटा गायब हो गया, जिससे भी स्थिति और गंभीर हो गई।

इंडिगो, जो देश की सबसे बड़ी एयरलाइन है, अब कटघरे में है। पिछले साल से 9.7% अधिक उड़ानें इंडिगो को मिलीं, जिनमें से 1,323 नई साप्ताहिक फ्लाइटें सिर्फ़ इंडिगो को अलॉट की गईं। इसके बावजूद, कंपनी ने पायलट और क्रू में कोई बढ़ोतरी नहीं की। इसके परिणामस्वरूप, 5 दिन में 1,000+ फ्लाइटें रद्द हो गईं, जिससे पूरे देश में अफरा-तफरी मच गई।

तब सरकार को खुद इन कड़े नियमों को ढीला करना पड़ा, और इंडिगो को अस्थायी छूट मिल गई।

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