
इंडिगो एयरलाइन एक बार फिर आलोचनाओं का शिकार हो गई है। कंपनी के CEO पीटर एल्बर्स के दावों के बावजूद, बेंगलुरु से बुधवार को 61 फ्लाइटें रद्द कर दी गईं, जिनमें से 35 आगमन और 26 प्रस्थान फ्लाइटें शामिल थीं। यह वही दिन था जब CEO ने यह दावा किया था कि एयरलाइन के ऑपरेशंस अब स्थिर हो चुके हैं और कंपनी वापस ट्रैक पर आ चुकी है।
लेकिन इंडिगो के इस “ऑपरेशन स्थिर” होने के दावे को झुठलाते हुए, यह फ्लाइट कैंसिलेशन उनकी नाकामी को दर्शाते हैं। इस संकट के लगातार तीसरे दिन बड़े पैमाने पर फ्लाइट रद्द होने से CEO के बयान की सच्चाई पर सवाल उठ रहे हैं।
मुख्य तथ्य
- सरकार ने इंडिगो की विंटर शेड्यूल में 10% कटौती की है (220 फ्लाइट प्रति दिन)।
- मंगलवार को 460 फ्लाइटें 6 मेट्रो शहरों से रद्द हुईं।
- CEO रिफंड के आंकड़ों पर कुछ भी स्पष्ट नहीं कह पाए।
- इंडिगो मुआवजे पर खामोश है।
बड़ा सवाल
क्या इंडिगो का शीर्ष प्रबंधन लगातार गलत जानकारी देकर इस संकट को छिपाने की कोशिश कर रहा है? यह DGCA और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के लिए गंभीर चेतावनी है।
यात्रियों की परेशानी अभी भी जारी है, जबकि CEO के बार-बार किए गए दावे झूठे साबित हो रहे हैं।








