
रायबरेली के एक गांव में 400 से अधिक घुसपैठियों के परिवारों का पता चला है, जिनके पास फर्जी जन्म प्रमाणपत्र थे। ये प्रमाणपत्र नागरिकता दिलाने के प्रयास के तहत बनाए गए थे। ATS की जांच में इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ, जिसमें 52 हजार से अधिक फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाए गए थे।
इन प्रमाणपत्रों में कई ऐसे मामले सामने आए, जहां प्रमाणपत्रों पर नाम तो थे, लेकिन संबंधित लोग गांव में ही नहीं पाए गए। कुछ परिवारों में 25, तो कुछ में 15 बच्चे शामिल थे। इसमें 4 बांग्लादेशी और 2 रोहिंग्या के फर्जी जन्म प्रमाणपत्र भी शामिल थे।
अब तक 1046 लोगों के फर्जी जन्म प्रमाणपत्र निरस्त किए जा चुके हैं। यह फर्जीवाड़ा रायबरेली के सलोन क्षेत्र के 1 दर्जन गांवों में किया गया था।









