
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की संसद में एक प्यारी मुलाकात ने सबका ध्यान खींचा। दोनों नेताओं के बीच हल्की-फुल्की बातचीत और कुछ खास पल एक दोस्ताना और परिवारिक रिश्ते को दर्शाते हैं, जो राजनीति में अक्सर देखने को नहीं मिलता।
भाई-बहन की मजाकिया बातचीत
प्रियंका गांधी और नितिन गडकरी की मुलाकात के दौरान एक मजेदार पल सामने आया, जब प्रियंका ने गडकरी से मजाक करते हुए कहा कि “आपने मुझे संसद में अकेला छोड़ दिया है, अब आपको जवाब देना होगा!” गडकरी भी हंसते हुए प्रियंका की बातों का जवाब देते दिखे, जिससे यह मुलाकात और भी हल्की-फुल्की हो गई। उनकी यह बातचीत दिखाती है कि राजनीति में भी भाई-बहन के रिश्ते को लेकर एक अलग तरह का स्नेह और सम्मान है।
खास पकवान का स्वाद
मुलाकात के दौरान प्रियंका गांधी ने नितिन गडकरी को एक विशेष चावल का पकवान पेश किया, जिसे गडकरी ने बड़े चाव से खाया। यह एक और उदाहरण था कि कैसे भारतीय राजनीति में व्यक्तिगत रिश्तों और संस्कृति का भी महत्व होता है। गडकरी ने प्रियंका के पकवान की तारीफ की और इसके स्वाद को अद्भुत बताया।
राजनीति में रिश्तों का अहमियत
प्रियंका गांधी और नितिन गडकरी की यह मुलाकात उस राजनीतिक माहौल को भी दिखाती है जहां व्यक्तिगत रिश्ते कभी-कभी राजनीतिक मोर्चों से ऊपर होते हैं। चाहे राजनीति में गहरे मतभेद हों, मगर आपसी सम्मान और दोस्ती की ये मुलाकातें राजनीति को इंसानियत के स्तर पर ले आती हैं।









