Pariksha Pe Charcha 2026 : पीएम मोदी से मिलने के लिए 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने कर लिया है आवेदन, ऐसे करवाएं आप भी अपना रजिस्ट्रेशन

इस बार सोशल मीडिया और ऑनलाइन चर्चाओं को भी सवाल चयन में शामिल किया जाएगा, ताकि छात्रों के ताजे मुद्दों और रुचियों को प्राथमिकता दी जा सके।

बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने में महज एक से डेढ़ महीने का समय बाकी है और इस बीच छात्रों के हौसले को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर ‘परीक्षा पे चर्चा’ करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री से सीधी बातचीत का यह कार्यक्रम छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां वे शिक्षा, तनाव, समय प्रबंधन और करियर जैसे विषयों पर सवाल पूछ सकते हैं। इस बार ‘परीक्षा पे चर्चा’ के लिए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 11 जनवरी 2026 तय की गई है। रजिस्ट्रेशन MyGov पोर्टल पर किया जा सकता है। अब तक इस कार्यक्रम के लिए 1 करोड़ 54 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।

‘परीक्षा पे चर्चा’ के लिए चयन प्रक्रिया में छात्रों को रचनात्मक विचार, सवाल और निबंध लिखने का मौका दिया जाता है, जिनमें से कुछ विचारों का चयन किया जाता है। इन सवालों को पैनल द्वारा मूल्यांकन किया जाता है और फिर प्रधानमंत्री से सीधे संवाद के लिए चुने गए छात्रों को कार्यक्रम में शामिल किया जाता है। इस बार सोशल मीडिया और ऑनलाइन चर्चाओं को भी सवाल चयन में शामिल किया जाएगा, ताकि छात्रों के ताजे मुद्दों और रुचियों को प्राथमिकता दी जा सके।

‘परीक्षा पे चर्चा’ 2026: छात्रों के लिए एक और सुनहरा मौका

परीक्षा से पहले तनाव और दबाव को कम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम एक बड़ा मंच साबित हो रहा है। यह कार्यक्रम छात्रों को न केवल मानसिक सहारा देता है, बल्कि उन्हें परीक्षा से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण सवालों का जवाब भी मिलता है। 26वें संस्करण में हिस्सा लेने के लिए 11 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन करने की आखिरी तिथि है। पिछले साल की तरह इस बार भी 1 करोड़ से ज्यादा छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों ने रजिस्ट्रेशन कर दिया है, और उम्मीद की जा रही है कि और भी रजिस्ट्रेशन होंगे।

परीक्षा पे चर्चा में हिस्सा लेने के लिए छात्रों को उनकी पढ़ाई, परीक्षा के दबाव, टाइम मैनेजमेंट और करियर विकल्पों पर सवाल पूछने का मौका मिलेगा। इन सवालों का चयन एक विस्तृत प्रक्रिया के बाद किया जाता है, जिसमें सोशल मीडिया और डिजिटल चर्चाओं का भी ध्यान रखा जाएगा।

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