
लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र प्रेरणा स्थल में देश और दुनिया को क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं और इस अवसर पर लखनऊ की भूमि को नई प्रेरणा की साक्षी बताया। उन्होंने कहा कि यह स्थल देश की राजनीति और राष्ट्र निर्माण में अमिट छाप छोड़ने वाले महान नेताओं की श्रद्धांजलि का प्रतीक है।
‘BJP ने बाबा साहेब की विरासत मिटने नहीं दी’पंचतीर्थ उनकी विरासत का जयघोष कर रहे हैं,बिना भेदभाव पक्का मकान मिल रहा है ‘BJP ने एक परिवार की संस्कृति से बाहर निकाला’आज मुफ्त इलाज, मुफ्त अनाज मिल रहा'
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) December 25, 2025
राष्ट्र प्रेरणा स्थल में PM नरेंद्र मोदी का संबोधन । #Lucknow #PMModi… pic.twitter.com/WMOIPu9JIp
प्रधानमंत्री ने महाराजा बिजली पासी को श्रद्धापूर्वक नमन किया और इस दिन को दो महान विभूतियों की जयंती के रूप में याद किया। उन्होंने राष्ट्र प्रेरणा स्थल को आत्मसम्मान का प्रतीक बताते हुए देश को इसकी बधाई दी और प्रोजेक्ट के श्रमिकों और कारीगरों को उनके योगदान के लिए बधाई दी।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि “हम सभी के प्रयास से विकसित भारत का संकल्प मजबूत हो रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि आज संविधान जम्मू-कश्मीर में भी लागू है और मेड इन इंडिया की आवाज दुनियाभर में गूंज रही है। प्रधानमंत्री ने छोटे उद्योगों की बढ़ती शक्ति की ओर भी इशारा किया और कहा कि यूपी में डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है, जहां ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण भी हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने नई दिशा दिखाई थी और देश के पहले उद्योग मंत्री थे। उन्होंने यूपी के विकास में भाजपा सरकार की भूमिका को भी उजागर किया, जिसमें लोगों को बिजली, गैस कनेक्शन मिल रहा है और हर वर्ग को प्राथमिकता दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि अब हर भारतीय को बैंक खाता, बीमा, और बेहतर जीवन सुविधाएं मिल रही हैं। यूपी में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की नीति भी लागू की गई है और यूपी अब मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग में नंबर वन बन चुका है। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री ने कहा कि अब लाखों किलोमीटर की सड़कें, एक्सप्रेसवे, और मेट्रो के जरिए यूपी का विकास हो रहा है, और हर क्षेत्र में सुधार की दिशा में तेजी से काम हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने भाजपा की सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और कहा कि “बीजेपी ने बाबा साहेब की विरासत को नहीं मिटने दिया” और पंचतीर्थ के जरिए उनकी विरासत का जयघोष किया जा रहा है।









