मिजोरम की नन्ही गायिका एस्तेर ने पीएम मोदी को सुनाया गाना, जानिए कौन हैं?, सुरों के जादू से छा गईं एस्तेर

3 साल की उम्र में संगीत के सफर की शुरुआत करने वाली एस्तेर ने चर्चों से लेकर देश के बड़े मंचों तक अपनी आवाज का जादू बिखेरा।

मिजोरम के लुंगलेई कस्बे की नन्ही गायिका एस्तेर लालदुहावमी ह्नमटे ने अपनी अद्भुत आवाज और सुरों से ऐसा जादू रचा कि पूरी दुनिया उनकी ओर आकर्षित हो गई। मात्र 7 साल की उम्र में राष्ट्रीय पहचान पाने वाली एस्तेर को संगीत और संस्कृति में उनके योगदान के लिए राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से नवाजा गया है। यह सम्मान उनके लिए गर्व का क्षण है और एक उदाहरण है कि छोटे से उम्र में भी किसी का कार्य बड़े स्तर पर पहचाना जा सकता है।

3 साल की उम्र में संगीत के सफर की शुरुआत करने वाली एस्तेर ने चर्चों से लेकर देश के बड़े मंचों तक अपनी आवाज का जादू बिखेरा। उनके गीतों में देशभक्ति और सादगी की गूंज थी, जिसने उन्हें पूरे देश का दिल जीतने में मदद की। उनकी आवाज में जो प्यार और समर्पण था, वह हर किसी को छू गया।

नन्ही एस्तेर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष दो देशभक्ति गीतों से राष्ट्रप्रेम की भावना को जीवंत कर दिया। उनके गाने ने पीएम मोदी को भी प्रभावित किया और समारोह में मौजूद लोग भी उनकी प्रस्तुति से खुश नजर आए।

बता दें कि एस्तेर का जन्म 9 जून 2016 को मिजोरम के लुंगलेई कस्बे में हुआ था। वह एक साधारण परिवार से आती हैं, और तीन साल की उम्र में ही उन्होंने गाना शुरू कर दिया था। स्थानीय चर्चों और कार्यक्रमों में उनकी प्रस्तुतियां चर्चित हो गई थीं। अक्टूबर 2020 में, ए आर रहमान के गाने ‘वंदे मातरम’ का उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसे मिजोरम के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साझा किया था।

इसके बाद उन्हें राष्ट्रीय पहचान मिली, और वह कई सम्मान प्राप्त कर चुकी हैं, जिनमें मिजोरम के पूर्व राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लै की सराहना और डालमिया सीमेंट द्वारा दिया गया यंग अचीवर्स अवॉर्ड शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, 2021 में एस्तेर को अमूल के एक विज्ञापन में ‘अमूल गर्ल’ के रूप में भी दिखाया गया, जिससे उनकी पहचान और भी मजबूत हुई।

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