
नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस (TMC) का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को चुनाव आयोग से मिला और पश्चिम बंगाल में चल रहे SIR (Systematic Voter Registration) मुद्दे सहित 10 मुद्दों पर चर्चा की। इस बैठक के बाद पार्टी के नेता अभिषेक बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “कुछ भी स्पष्ट जवाब नहीं मिला”।
बनर्जी ने बताया कि यह बैठक ढाई घंटे तक चली, लेकिन चुनाव आयोग से किसी भी मुद्दे पर ठोस जवाब नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने पिछले महीने जब तृणमूल कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी, तब भी कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि आयोग ने “सिलेक्टिव लीक” किया और यह दावा किया कि सभी सवालों के जवाब दे दिए गए थे, जो कि गलत था।
TMC ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
“हमने आठ से दस मुद्दों पर चर्चा की। बैठक दोपहर 12 बजे शुरू हुई और ढाई घंटे चली। पिछली बार, 28 नवंबर को, जब हमारे दल का 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल यहां आया था, तो हमनें चुनाव आयोग से पांच सवाल पूछे थे, लेकिन हमें किसी भी सवाल का एक भी सटीक जवाब नहीं मिला था,” अभिषेक बनर्जी ने कहा।
SIR पर चुनाव आयोग से असंतोष
उन्होंने यह भी बताया कि जब उन्होंने SIR के बारे में सवाल किया तो चुनाव आयोग ने इसका जवाब नहीं दिया और विषय को नागरिकता पर मोड़ दिया। “कुछ मुद्दों पर थोड़ा बहुत स्पष्टता मिली, लेकिन अधिकांश सवालों का कोई ठोस जवाब नहीं मिला,” बनर्जी ने कहा।
TMC का चुनाव आयोग पर आरोप
TMC ने चुनाव आयोग को BJP का ‘B-Team’ बताते हुए आरोप लगाया कि SIR के तहत लाखों वैध मतदाताओं के नाम गुपचुप तरीके से हटाए गए हैं। पार्टी ने कहा, “BJP के B-Team चुनाव आयोग ने बंगाल में लोकतंत्र पर चुपचाप हमला किया और बिना किसी पारदर्शिता, नोटिस या जिम्मेदारी के लाखों मतदाताओं के नाम हटाए हैं।”









