
उत्तर प्रदेश का आयुष विभाग इन दिनों नीट के जरिये बीएएमएस की सीटों पर प्रवेश के लिए काउन्सलिंग प्रक्रिया चला रहा है. लेकिन इस दौरान बेबसाइट पर होने वाले रजिस्ट्रेशन की फीस अभ्यर्थियों को बार-बार भुगतान करनी पड़ रही है. हर बार 2 हजार रूपये की रकम कट जाती है लेकिन पैसा जमा नही हो पा रहा है. सैकड़ो छात्रों के हजारों रूपये इस तरह सिस्टम में फंस चुके है. रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करने की आखिरी तारीख 8 अप्रैल है.

बीएएमएस आयुष, होम्योपैथी और यूनानी के एडमीशन के लिए इस साल नीट परीक्षा में बैठने वाले यूपी के छात्रों के लिए आखिरी मौका है. मॉपअप राउंड के तहत प्रदेश के सरकारी और निजी मेडीकल कालेजों में प्रवेश के लिए काउन्सलिंग 13 अप्रैल से शुरू होगी. इसके लिए अब आवेदकों को उत्तरप्रदेश आयुष विभाग की बेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराना पड़ रहा है.

पंजीकरण के तीसरे स्टेप में रजिस्ट्रेशन की फीस जमा होनी है लेकिन यहां फीस जमा करना आफत बन गया है. एसबीआई के स्टेटबैंक कलैक्ट पोर्टल के जरिये पैसा जमा होने के दो दिन बाद तक स्टेटस क्लीयर नही होता. और आखिरकार जब स्टेटस क्लीयर भी होता है तो फीस का भुगतान फेल्योर दिखा दिया जाता है. एसबीआई से वेरीफिकेशन की प्रक्रिया अधर में लटकी है.

एटा से पंजीकरण कराने वाली एक छात्रा ने 1 अप्रैल को सबसे पहले दो हजार रूपये जमा किये. पैसा खाते से कट गया लेकिन 24 घंटों तक फीस जमा होने का वेरीफिकेशन नही आया. दो दिन बाद पता चला कि पैसा भुगतान का प्रोसेस फेल हो गया है. दोबारा पैसा जमा किया. पैसा खाते से कट गया. 24 घंटे बाद स्टेटस फिर से फेल आया. तीसरी बार पैसा जमा किया. पैसा कटने के बाद फिर से स्टेटस फेल्योर दिख रहा है.

ऐसी मुश्किल वक्त में आयुष विभाग की बेबसाइट पर दिया गया हैल्पलाइन नंबर हमेशा बिजी मिलता है. अभ्यर्थी हार-थककर अब घर बैठे है. सवाल यह है कि 6 हजार रूपये का चूना लगवाने के बाद ऐसे छात्र आखिर किससे फरियाद करें.
मॉपअप राउंड की काउन्सलिंग की आखिरी तिथि 8 अप्रैल 2022 है. 10 अप्रैल को मेरिट सूची आयेगी और फिर काउन्सलिंग पत्र डाउनलोड हो सकेगें. 13 से 16 अप्रैल के बीच मेरिट लिस्ट में जगह पाने वाले अभ्यर्थियों को काउन्सलिंग के लिए लखनऊ बुलाया गया है.









